पटना : बिहार के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने आज कहा कि राज्य में बाढ़ की अबतक अलार्मिंग स्थिति नहीं है. राजीव ने पटना में आज पत्रकारों से कहा कि राज्य में बाढ़ की अबतक अलार्मिंग स्थिति नहीं है. उन्होंने बताया कि उनके विभाग द्वारा क्षरण निवारक उपाय और बाढ़ संरक्षण कार्य किये जाने के साथ राज्य में बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए निरोधात्मक कदम उठाये गये हैं.
बिहार की विभिन्न नदियों की स्थिति की चर्चा करते हुए ललन ने बताया कि कोसी नदी में बीरपुर बराज से 1,38,515 क्यूसेक, गंडक नदी में वाल्मिकि नगर बराज से 1,0 9,000 क्यूसेक तथा सोन नदी में 38,584 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए ललन ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित हो सकने वाले अति संवेदनशील क्षेत्रों कटिहार, समस्तीपुर, पटना, सुपौल, सहारसा, दरभंगा, गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में 12 वरिष्ठ अधिकारियों को तैनाती किये जाने के साथ 15 सेवानिवृत्त और अनुभवी इंजीनियरों को नियुक्त किया गया है.
ललनसिंह ने बताया कि पिछले साल चूक के लिए 19 इंजीनियरों को पिछले साल निलंबित और एक मुख्य अभियंता और दो कार्यकारी अभियंता को बर्खास्त कर दिया गया. उन्होंने बताया कि क्षरण रोधी और बाढ़ संरक्षण कार्य से जुड़ी 423 योजनाओं पर 1250.44 करोड़ रुपये खर्च किये जाने के साथ 2017-18 के बजट आवंटन की 99.5 प्रतिशत खर्च की जा चुकी है.