मुजफ्फरपुर: बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुजफ्फरपुर स्थित एक बालिका गृह में 29 लड़कियों के साथ यौन शोषण मामले में प्रदेश की एनडीए सरकार के नेताओं पर इस मामले में जारी जांच को प्रभावित करने का प्रयास करने का आज आरोप लगाया. उन्होंने उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई से जांच कराये जाने की मांग दोहरायी.
तेजस्वी ने कांग्रेस, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर और भाकपा माले के एक शिष्टमंडल के साथ उक्त बालिका गृह का आज दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुएएनडीए सरकार के नेताओं पर इस मामले में जारी जांच को प्रभावित करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए एक बार फिर इसकी जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई से कराए जाने की अपनी मांग दोहरायी. उन्होंने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की.
तेजस्वी ने नीतीश से पूछा कि वह बताएं कि इस मामले के प्रकाश में आने के दो महीने बीत जाने के बावजूद मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को रिमांड पर क्यों नहीं लिया गया है? उन्होंने कहा कि पुलिस कह रही है कि वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है? फिर क्यों नहीं सरकार द्वारा उच्च न्यायालय जाकर मुख्य आरोपी के रिमांड की मांग की जा रही है ? तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं अगर उनकी मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से मिलीभगत नहीं है तो उनके अधीन पुलिस ने ब्रजेश के अधिकारियों और राजनेताओं के साथ संबंध का विश्लेषण क्यों नहीं किया है? उन्होंने पूछा कि नीतीश जी को ब्रजेश की पिछले एक साल के काल डिटेल्स सार्वजनिक कराने में क्या दिक्कत है?
तेजस्वी ने पूछा कि मुख्यमंत्री बताएं समाज कल्याण विभाग द्वारा इस मामले में दायर करायी गयी प्राथमिकी में मुख्य आरोपी और अन्य का नाम क्यों नहीं है? उन्होंने पूछा कि प्रशासन बताएं सत्ता पक्ष के किन किन राजनेताओं ने अधिकारियों को फोन कर जांच प्रभावित करने के लिए दबाव बनाया? तेजस्वी ने पूछा कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के कल संसद में यह कहे जाने पर कि राज्य सरकार की अनुशंसा पर इस मामले की जांच सीबीआई से करायी जाएगी, अगर कुछ गलत नहीं हुआ और इनकी मिलीभगत नहीं है तो नीतीश कुमार सीबीआई जांच से क्यों भाग रहे है?