रावलपिंडी/लाहौर :देश में आम चुनाव के ठीक तीन दिन पहले रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के समर्थकों ने रावलपिंडी में पाक सेना मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और देश की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के खिलाफ नारे लगाये. नवाज शरीफ समर्थक ‘आइएसआइ मुर्दाबाद’ और ‘यह जो दहशतगर्दी है, उसके पीछे वर्दी है’ जैसे नारे लगा रहे थे.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि आम चुनाव में आइएसआइ नापाक खेल में शामिल है और यह चुनाव पूरी तरह फिक्स्ड हैं. पाकिस्तान में आइएसआइ के खिलाफ खुले तौर पर प्रदर्शन और नारेबाजी यह अमूमन पहली घटना है. देश में आम चुनाव 25 जुलाई को है. बलोच नेशनल मूवमेंट के प्रेसिडेंट जफर बलोच ने भी ट्वीट कर कहा है कि पाकिस्तान की सड़कों पर सरेआम लोगों की यह नारेबाजी सेना और आइएसआइ के खिलाफ असंतोष का नतीजा है.
वहीं, इस्लामाबाद हाइकोर्ट के जज शौकत सिद्दीकी ने भी शनिवार को न्यायपालिका और मीडिया पर नियंत्रण की कोशिशों को लेकर आइएसआइ को आड़े हाथों लिया. उन्होंने बार एसोसिएशन के कार्यक्रम में साफ तौर पर कहा था कि आइएसआइ चीफ जस्टिस और अन्य जजों पर ऐसे फैसले सुनाने को लेकर दबाव बना रही है, जिससे एजेंसी को फायदा हो.
पाक को भारत से बेहतर मुल्क बनाऊंगा : शहबाज
पीएमएल-एन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार शहबाज शरीफ ने कहा है कि सत्ता में आने पर अगर वह पाकिस्तान को चिर प्रतिद्वंद्वी भारत से आगे नहीं ले गये तो अवाम उनका नाम बदल दे. एक चुनावी रैली में उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद अगर वह पाकिस्तान को भारत से आगे नहीं ले गये, तो अवाम उनका नाम बदल सकती है. 65 वर्षीय शरीफ ने कहा कि वह वाघा सीमा पर आयेंगे और पाकिस्तानियों को अपना आका बतायेंगे. दावा किया कि वह पाकिस्तान को मलयेशिया और तुर्की के बराबर ले आयेंगे. शरीफ जून 2013 से जून 2018 तक पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे. उन्हें मार्च में पीएमएल-एन का अध्यक्ष चुना गया था.
पीएमएल-एन उम्मीदवार को उम्रकैद
राष्ट्रीय असेंबली के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के प्रमुख उम्मीदवार हनीफ अब्बासी को नारकोटिक्स अदालत ने प्रतिबंधित रसायन एफेड्रिन के दुरुपयोग से संबंधित छह साल पुराने एक मामले में उम्रकैद की सजा सुनायी है. उन्हें गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया है. अब्बासी रावलपिंडी से अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.