जयपुर : पाकिस्तान में आम चुनाव 25 जुलाई से शुरू हो रहे हैं, लेकिन इस चुनाव का भारत से भी बड़ा संबंध है. दरअसल, पाकिस्तान के चुनावी मैदान में उतरे कई उम्मीदवार अपनी जीत के लिए भारत की सूफी दरगाहों, खासकर अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज से दुआ मांग रहे हैं.
पंजाब प्रांत के साहिवाल से चुनाव लड़ रहे पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के उम्मीदवार सैयद इमरान शाह वली ने कहा है कि अगर उन्हें जीत मिली, तो वह दरगाह आयेंगे. पाकिस्तानी नेशनल असेंबली के दो बार के सदस्य रह चुके इमरान शाह ने दरगाह में अपने खादिम के जरिये जियारत भी करवाई है. रावलपिंडी से त्रिकोणीय मुकाबले का सामना कर रहे पाकिस्तान के पूर्व पीएम रजा परवेज अशरफ ने भी अजमेर दरगाह पर अपने मुजावर के माध्यम से जियारत की है.
वर्ष 2013 में प्रधानमंत्री रहने के दौरान भी अशरफ अजमेर दरगाह पर आ चुके हैं. अब वह परिवार के साथ दूसरी बार आने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा कि मेरी एक ही इच्छा है कि मेरी पार्टी चुनाव बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे. हमारी पार्टी भारत जैसे पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते को लेकर प्रतिबद्ध है. वहीं, दिल्ली के ख्वाजा निजामुद्दीन चिश्ती के दरगाह पर भी कई उम्मीदवार माथा टेक रहे हैं. अजमेर दरगाह के खादिम सैयद बिलाल चिश्ती ने कहा कि उनके पास सीमा पार के नेताओं की जियारत की दरख्वास्त की भीड़ लगी हुई है.