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राज्य के प्लस टू स्कूलों में नहीं हाेगी क्षेत्रीय भाषाआें की पढ़ाई
जमशेदपुर : राज्य के प्लस टू स्कूलाें में स्वीकृत 11 विषयाें के अलावा अतिरिक्त विषयाें की पढ़ाई नहीं हाेगी. प्लस 2 विद्यालयाें मे सिर्फ हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, इतिहास, भूगाेल, अर्थशास्त्र, रसायनशास्त्र, भाैतिकशास्त्र, जीव विज्ञान गणित आैर वाणिज्य विषयाें के पद ही स्वीकृत हैं. माध्यमिक शिक्षा के अवर सचिव सुरेंद्र दास ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियाें […]
जमशेदपुर : राज्य के प्लस टू स्कूलाें में स्वीकृत 11 विषयाें के अलावा अतिरिक्त विषयाें की पढ़ाई नहीं हाेगी. प्लस 2 विद्यालयाें मे सिर्फ हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, इतिहास, भूगाेल, अर्थशास्त्र, रसायनशास्त्र, भाैतिकशास्त्र, जीव विज्ञान गणित आैर वाणिज्य विषयाें के पद ही स्वीकृत हैं. माध्यमिक शिक्षा के अवर सचिव सुरेंद्र दास ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियाें काे जारी पत्र में निर्देश दिया है कि 11 विषयाें के अलावा क्षेत्रीय भाषा के विषय, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, दर्शनशास्त्र एवं मानवशास्त्र की पढ़ाई नहीं हाेगी. शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए प्लस टू विद्यालयाें में स्वीकृत विषय में ही नामांकन लेने का निर्देश संबंधित प्राधानाध्यपकों काे दिया गया है. अतिरिक्त विषयाें में नामांकन लेने पर प्राधानाध्यापक एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी जिम्मेदार हाेंगे.
फैसला आदिवासियाें का गला घाेंटनेवाला, सदन में उठायेंगे : कुणाल
झामुमाे विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि प्लस टू स्कूलों में क्षेत्रीय भाषाआें की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं कर सरकार आदिवासी-मूलवासियाें का गला घाेंटने का काम कर रही है. सरकार प्लस टू में संबंधित विषयाें के शिक्षकाें की बहाली करने में विफल रही है. अन्य विषयाें की पढ़ाई के इच्छुक छात्राें का नामांकन नहीं लेना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस मामले काे वे सदन में उठायेंगे तथा सरकार से जवाब मांगेंगे. झामुमाे जिला उपाध्यक्ष सागेन पूर्ति ने कहा कि इस मामले में कानून की शरण ली जायेगी.
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