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सेना में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, एक गिरफ्तार
खगौल : सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर यूपी के दस युवकों से सात लाख पांच हजार रुपये की ठगी करने वाले आरोपित को युवक ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. पीड़ित युवकों में मैनपुरी, यूपी निवासी अरुण कुमार, सैंगई यूपी निवासी राजकुमार ने बताया कि वह और उसके आठ दोस्त जिला […]
खगौल : सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर यूपी के दस युवकों से सात लाख पांच हजार रुपये की ठगी करने वाले आरोपित को युवक ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. पीड़ित युवकों में मैनपुरी, यूपी निवासी अरुण कुमार, सैंगई यूपी निवासी राजकुमार ने बताया कि वह और उसके आठ दोस्त जिला फिरोजबाद, उत्तर प्रदेश के निवासी एक वर्ष पूर्व बिहार के भोजपुर में पुलिस की भर्ती के दौरान दिल्ली से ट्रेन से आ रहे थे.
इस दौरान उनकी मुलाकात खगौल लोको काॅलोनी निवासी मुकेश कुमार से हुई. बातचीत में उसने एमईएस में नौकरी लगावा देने को कहा. बदले प्रति अभ्यार्थी तीन लाख 50 हजार रुपये की मांग की. उसने कहा कि मेडिकल व ज्वाइनिंग लेटर आने के बाद रुपये देना होगा. हमलोग उसके झांसे में आकर दानापुर कैंट चले आये, जहां एक लड़की व युवक द्वारा अज्ञात जगह पर ले जाकर मेडिकल करा सभी छात्रों से 50-50 हजार रुपये लिये गये.
कुछ दिनों बाद सिलिगुड़ी आर्मी कैंप में स्टोरकीपर की ज्वाइनिंग का लेटर आया. सिलिगुड़ी गये ,तो वहां ठग के द्वारा बाकी पैसे की मांग की गयी, तो युवकों ने वहां पर 20-20 हजार रुपये दिये. मुकेश के सेंट्रल बैंक के खाते में 45 हजार रुपये भेजा. उन्होंने बताया कि हम सभी आर्मी कैंट के अंदर जाकर अधिकारी से मिल जानकारी लेनी चाही तो ठग ने मना कर दिया.
उसी दिन समझ में आ गया की हमलोगों को झांसे में रख ठगी की गयी है. कुछ दिन बाद फोन पर बाकी रुपये देने की बात कह दानापुर स्टेशन के पास बुलाया, मगर वह खुद नहीं आकर एक बच्चे को भेज दूर से देखने लगा जब हमारी नजर उस पर पड़ी तो वह बाइक लेकर भागने लगा दौड़ा कर उसे पकड़ लिया और स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया.
खाड़ी देश में भेजने के नाम पर ठगी का आरोप
फुलवारीशरीफ. एजेंट ने खाड़ी देशों में भेजने के नाम पर दर्जनों युवकों से लाखों रुपये ठग लिये. बेरोजगार युवकों ने तीन साल पहले पासपोर्ट और रुपये एजेंट को दिये थे. एजेंट ने न तो उन्हें खाड़ी देश भेजा और न ही पासपोर्ट और रुपये लौटाये. इस तरह की ठगी का शिकार फुलवारीशरीफ के नया टोला के मो शाहरुख साहेब हुआ.
इस संबंध में पीड़ित बेरोजगार युवक ने बताया कि इलेक्ट्रिशियन के पद पर तीन साल पहले ओमेगा इंटरनेशल ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड के संचालक और एजेंट हरि कृष्णा सिंह को पासपोर्ट और साठ हजार रुपये दिये थे. रुपयों व पासपोर्ट वापस मांगने कई बार मीठापुर बस स्टैंड स्थित ओमेगा इंटरनेशल ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड गया. रुपये और पासपोर्ट तो वापस नहीं किया, बल्कि ऑफिस बंद करके फरार हो गया.
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