संजय लीला भंसाली ने साल 2002 में एक एपिक फिल्म ‘देवदास’ बनाई थी. यह फिल्म 1955 में बनी ‘देवदास’ की रीमेक थी. 1955 की देवदास को विमल रॉय ने डायरेक्ट किया था. विमल रॉय की देवदास में दिलीप कुमार थे और भंसाली की फिल्म में शाहरुख खान नजर आये थे. फिल्म में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय, माधुरी दीक्षित और जैकी श्रॉफ जैसे किरदार लीड रोल में थे. इस फिल्म के सितारों को आज भी याद किया जाता है.
इस फिल्म ने बॉलीवुड में इतिहास रचा था. यह उस साल की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल हुई थी. इस फिल्म के निर्माण से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिसे शायद ही लोग जानते होंगे.
भंसाली ने ‘पारो’ के रोल के लिए करीना कपूर को अप्रोच किया था. उन्होंने इस रोल के लिए स्क्रीन टेस्ट भी दिया था. लेकिन करीना की मां ने यह कहकर इंकार कर दिया था कि पारो जैसे रोल के लिए वह अभी बहुत छोटी हैं. बाद में यह किरदार ऐश्वर्या राय के पास आया. ऐश्वर्या को आज भी इस फिल्म के लिए याद किया जाता है. बताया जाता है कि जब ऐश्वर्या ‘डोला रे डोला’ गाने पर डांस कर रही थीं तो हैवी ज्वैलरी के कारण उनके कान से खून निकलने लगा था.
फिल्म का कुल बजट 50 करोड़ रुपये थे. जिसमें से 20 करोड़ रुपये तो 6 सेट तैयार करने में खर्च कर दिये गये थे. इस फिल्म का नाम सबसे महंगी फिल्मों में शामिल है. फिल्म में ऐश्वर्या का घर कांच का था. जिसे 1 लाख 22 हजार रुपये में तैयार किया गया था. जब भी किसी सीन में बारिश की जाती थी उसके बाद कांच को फिर से पेंट करना पड़ता था. यह घर 7 महीने तक बनाकर रखा गया था.
वहीं चंद्रमुखी का कोठा 12 करोड़ रुपए में तैयार हुआ था. साल 2003 में कांस फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म का प्रीमियर भी रखा गया था. साथ ही यह फिल्म ऑस्कर के लिए भी नॉमिनेट हुई थी.
फिल्म को बनाने में 700 लाइट मैन और 42 जेनेरेटर का प्रयोग किया गया था. बताया जाता है कि जिस समय देवदास की शूटिंग चल रही थी उस समय शादी का सीजन था. ऐसे में मुंबई की शादियों में लाइटिंग और डेकोरेशन की कमी पड़ गई थी क्योंकि सारी लाइटिंग और डेकोरेशन का सामान भंसाली ने देवदास के सेट पर लगवा दिया था.
फिल्म में जैकी श्रॉफ ने देवदास के खास दोस्त चुन्नीलाल का किरदार निभाया था. जैकी से पहले इस रोल के लिए सैफ अली खान और गोविंदा को अप्रोच किया गया था. लेकिन दोनों ने इस फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया था.