Advertisement
वरीयता को ताक पर रख कनीय को बनाया प्रभारी सचिव
रांची : मार्केटिंग बोर्ड की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. ताजा मामला यह है कि हाल में बोर्ड ने 10 कर्मचारियों का स्थानांतरण-पदस्थापन किया. इसमें वरीयता को भी ताक पर रख दिया गया. वरीयता को दरकिनार करते हुए कनीय कर्मचारी को ही प्रभारी सचिव का पद सौंप दिया गया है. बोर्ड ने वरीय […]
रांची : मार्केटिंग बोर्ड की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. ताजा मामला यह है कि हाल में बोर्ड ने 10 कर्मचारियों का स्थानांतरण-पदस्थापन किया. इसमें वरीयता को भी ताक पर रख दिया गया. वरीयता को दरकिनार करते हुए कनीय कर्मचारी को ही प्रभारी सचिव का पद सौंप दिया गया है.
बोर्ड ने वरीय पणन सचिवों शंभूनाथ पांडेय, महादेव कच्छप एवं शिवजी तिवारी के होते हुए भी पंडरा बाजार समिति में बाजार पर्यवेक्षक अभिषेक आनंद को प्रभारी सचिव का जिम्मा दे दिया है. यही नहीं, झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा भेजे गये बाजार पर्यवेक्षकों की वरीयता सूची (मेरिट सूची) में भी अभिषेक आनंद सामान्य श्रेणी में अंतिम स्थान 20वें नंबर पर हैं. विभिन्न बाजार समितियों के अलावा बोर्ड में भी कई कर्मचारी इस पर सवाल उठाने लगे हैं.
यह है नियम : कृषि एवं गन्ना विकास विभाग, झारखंड सरकार द्वारा जारी संकल्प के पत्रांक 2174, दिनांक 29.12.2001 में स्पष्ट आदेश है कि रांची बाजार समिति के पणन सचिव पर पदस्थापित करने के मामले में पूर्णत: एहतियात बरता जाये. इसमें वरीयता को विशेष ध्यान दिया जाये. सचिव नहीं होने की स्थिति में वरीय बाजार पर्यवेक्षक को विशुद्ध रूप से प्रतिनियुक्ति के तहत पदस्थापन करने का आदेश है.
आदेश की कोई परवाह नहीं : मार्केटिंग बोर्ड सरकार के आदेश को नहीं मान रही है. नतीजा यह हो रहा है कि वरीय बाजार पर्यवेक्षकों को अपने कनीय के अंदर सुपरवाइजर बना कर रखा गया है. बोर्ड में प्रभार के नाम पर दागी व्यक्ति को उप निदेशक राकेश सिंह को भी प्रभार दिया गया है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement