नयी दिल्ली : झारखंड में लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने के दोषियों को माला पहनाने को लेकर निशाने पर आये केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की शनिवार को उनके पिता यशवंत सिन्हा की आलोचना की. यशवंत सिन्हा ने कहा कि पहले वह ‘लायक’ बेटा के ‘नालायक’ बाप थे, लेकिन अब स्थिति उलट गयी है.
Earlier I was the Nalayak Baap of a Layak Beta. Now the roles are reversed. That is twitter. I do not approve of my son's action. But I know even this will lead to further abuse. You can never win.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 7, 2018
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने पुत्र की करतूत को सही नहीं ठहराते. उन्होंने हाल में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था. सिन्हा ने अपने ट्वीट में कहा कि पहले मैं लायक बेटा का नालायक बाप था. अब भूमिका बदल गयी है. यह ट्विटर है. मैं अपने बेटे की करतूत को सही नहीं ठहराता, लेकिन मैं जानता हूं कि इससे और गाली-गलौज होगी. आप कभी नहीं जीत सकते.
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गौरतलब है कि ट्रोलर्स पहले यशवंत सिन्हा को लायक बेटे का नालायक बाप बताकर ट्रोल करते रहे हैं. पिछले साल रामगढ़ में एक मीट कारोबारी मोहम्मद अलीमुद्दीन की भीड़ ने गोहत्या के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इसी साल मार्च महीने में 11 लोगों को दोषी करार दिया था, लेकिन पिछले हफ्ते रांची हाई कोर्ट ने उनमें से 8 की उम्रकैद की सजा पर रोक लगाकर जमानत पर रिहा कर दिया.
मॉब लिन्चिंग के आरोपियों को माला पहनाने और लडडू खिलाने पर चौतरफा आलोचनाओं से घिरे केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने सफाई भी दी थी. जयंत सिन्हा ने कहा कि कानून अपना काम करेगा. जो आरोपी हैं, उन्हें सजा मिलेगी और जो निर्दोष होंगे, वह मुक्त होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.
दरअसल, जमानत के बाद मॉब लिन्चिंग के आरोपी नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा के हजारीबाग स्थित आवास पहुंचे थे. यहां जयंत ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया और मिठाई भी खिलायी. इसकी तस्वीर सामने आने के बाद जयंत सिन्हा की हर ओर आलोचना होने लगी. जयंत सिन्हा ने अपनी सफाई में कहा कि जब उन लोगों को जमानत मिली, तो वह मेरे घर आये. मैंने उन सभी को बधाई दी. भविष्य में कानून को उसका काम करने दें. जो आरोपी हैं, उन्हें सजा मिलेगी और जो निर्दोष होंगे, वह मुक्त होंगे.