जोकीहाट : जोकीहाट प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ ने दस्तक दे दिया है. इसको लेकर आम लोगों में दहशत पैदा हो गया है. 13 अगस्त 2017 को आयी बाढ़ की विभिषिका को अब तक लोग भूल नही पाये हैं. पुन: 2018 के मौनसून के आते ही क्षेत्र की सभी बड़ी नदियां उफान पर है. पनार और बकरा नदी का पानी गांवों में घुसने लगा है. बकरा नदी का पानी तारण, मझुआ होते हुए डुब्बा, मधेल, घोबनियां आदि गांवों तक फैल गया है. वहीं उफनती हुई बकरा नदी का पानी रहड़िया, फरसाड़ांगी, मटियारी गांव को अपनी चपेट में ले लिया है. जिन गांवों में पानी घुसा है वहां के लोगों में काफी दहशत है. ग्रामीणों का कहना है कि अभी बरसात आरंभ ही हुआ है
और नदियां उफनने लेने लगी है. ऐसे में खेती कार्य करना मुश्किल लग रहा है. पिछले साल की बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया था. आपदा भी बिचौलियों के चलते लोगों को सही ढ़ंग से नही मिल पाया था. जिन लोगों का घर बाढ़ में गिरा था वैसे लोगों को अब तक घर बनाने के लिए राशि तक उपलब्ध नहीं कराया गया है. फिर से बरसात के आते ही उफनती नदियों को देख कर लोग भयभीत हो रहे हैं.
पूर्व में आये बाढ़ के कारण आपदा, फसल क्षति व आवास क्षति की राशि नही मिलने की शिकायत लोगों ने एक सप्ताह पूर्व अंचल व प्रखंड का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम हिमांशु शर्मा से की थी. इस पर डीएम ने सीओ पवन कुमार झा को आपदा से बंचित लोगों की सूची बना कर जल्द जिला भेजने का निर्देश दिया गया था. जिस दिन यह निर्देश दिया गया था सीओ साहब उसी दिन से छुट्टी पर हैं. लोग आवेदन लेकर रोज अंचल का चक्कर काट रहे हैं. उनकी सुधी लेने वाला कोई नही है. उपर से फिर बाढ़ ने दस्त्क दे दी है.