नयी दिल्ली/देहरादून : योगगुरु बाबा रामदेव ने राष्ट्रीय राजधानी के मैडम तुसाद संग्रहालय में लगायी जाने वाली उनकी मोम की प्रतिकृति में प्रयोग के लिए अपनी पहचान भगवा वस्त्र और एक जोड़ी खड़ाऊ दी है.
पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के सह संस्थापक का मोम का बुत योग की ‘ वृक्षासन ‘ मुद्रा में बनेगी जिसके लिए योगगुरु लंदन गये थे. मैडम तुसाद की विशेषज्ञ कलाकारों की एक टीम ने उनके 200 से अधिक नाप लिये. इसके साथ ही उनके फोटो लिए गये जिससे रामदेव की असली जैसी प्रतिकृति बने.
रामदेव ने कहा , मैं मैडम तुसाद दिल्ली के लिए चुने जाने से बेहद खुश हूं… यह मेरे लिए प्रेरणादायक होगा और मेरे अनुयायियों को बेहतर करने के लिए प्रेरित करेगा. मैं मोम की प्रतिकृति को देखने के लिए उत्सुक हूं. विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों के साथ बाबा रामदेव का मोम का बुत लगेगा और लोग योग गुरु के साथ फोटो खिंचवाते और सेल्फी लेते नजर आयेंगे.
मर्लिन इंटरटेनमेंट इंडिया प्राइवेट के महाप्रबंधक और निर्देशक अंशुल जैन ने बताया कि हम बाबा रामदेव की प्रतिकृति लगाने की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं. समाज में योग को बढ़ावा देने , आयुर्वेद को प्रोत्साहित करने और स्वस्थ जीवन के लिए लोगों को उत्साहित करने में उनका सराहनीय योगदान है.
पतंजलि योगपीठ के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने देहरादून में बताया कि बाद में योगगुरु बाबा रामदेव की प्रतिकृति लंदन में भी लगायी जायेगी. गत दिसंबर में मैडम तुसाद संग्रहालय नयी दिल्ली की ऐतिहासिक रीगल इमारत में स्थापित किया गया था. इसमें कई नामचीन हस्तियों के मोम के बुत हैं जिनमें महात्मा गांधी , इंदिरा गांधी , अमिताभ बच्चन , ऐश्वर्या रॉय और सचिन तेंदुलकर शामिल हैं.