सोची : फुटबाल विश्व कप के प्रबल दावेदारों में एक ब्राजील के कप्तान नेमार की आंखों में उस वक्त आंसू छलक आएं जब उन्होंने कोस्टारिका के खिलाफ मैच के आखिरी लहमें में गोल कर टीम को 2-0 से जीत दिलायी. नेमार की आंखो में आंसू आने को भावनाओं को काबू में रख पाने की असमर्थता के तौर पर देखा जा रहा है.
फुटबाल की दुनिया के सबसे महंगे खिलाड़ी की आंखे नम होने को पिछले विश्व कप से जोड़कर देखा जा रहा जब चिली से पेनल्टी शूटआउट में हार के बाद नेमार और थिएगो सिल्वा मैदान में रोने लगे थे. मीडिया के एक वर्ग ने खिलाड़ियों की इस हरकत को बच्चों की तरह रोना बताया था.
1970 में विश्व कप विजेता टीम के कप्तान कार्लोस एल्बर्टो ने उन पर मानसिक रूप से मजबूत नहीं होने का आरोप लगया. टीम के खिलाड़ी फागनेर ने कहा, ‘‘ विश्व कप के क्वालीफाइंग मुकाबले और मैत्री मैचों में हमारे प्रदर्शन से लोगों को हम से काफी उम्मीदें थी। जिसका टीम पर दबाव था और हम हर कीमत पर अपना पहला मुकाबला जीतना चाहते थे.’
सोशल मीडिया के जरिये भी नेमार पर निशाना साधा गया. सिल्वा ने उनके खेल की आलोचना की. सिल्वा ने कहा, ‘‘ वह मेरे लिए छोटे भाई की तरह है. मैं उस पर नजर रखता हूं, उसे सलाह देता हूं लेकिन उससे काफी निराश हूं.’ नेमार को पिछले मैच में पीला कार्ड भी दिखाया गया था और अगर अगले मैच में ऐसा होता है तो वह विश्व कप के अंतिम 16 मैच से बाहर हो जाएंगे.