चाईबासा : अलग कोल्हान देश की मांग करने के मामले में देशद्रोह के आरोप में चाईबासा जेल में बंद रामो बिरूवा की गुरुवार सुबह मौत हो गयी. पुलिस के अनुसार छाती में दर्द की शिकायत पर सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में 87 वर्षीय बिरूवा ने दम तोड़ दिया. दूसरी ओर रामो की पुत्री सुमित्रा बिरूवा ने पुलिस और जेल प्रशासन पर साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया है.
जेल प्रशासन के अनुसार, रामो की छाती में कई दिनों से दर्द हो रहा था, जिसका जेल में ही इलाज चल रहा था. स्थिति में सुधार नहीं होने पर एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया था.
बोर्ड के परामर्श पर सदर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. बीते 17 जून को सदर अस्पताल ले जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच भी करायी गयी थी. गुरुवार सुबह साढ़े नौ बजे अचानक दर्द बढ़ जाने के कारण बेहोशी की हालत में उन्हें सदर अस्पताल ले जाया जा रहा था. इसी दौरान उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
सदर अस्पताल में रामो की जांच करनेवाले डॉ एस मलिक ने निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि अस्पताल लाने से पूर्व ही रामो की मौत हो चुकी थी. खबर मिलने के बाद रामो के बेटे-बेटी व अन्य रिश्तेदार दोपहर में सदर अस्पताल पहुंचे.
अस्पताल में 3.43 बजे शव का पंचनामा किया गया. इसके बाद तीन चिकित्सकों के दल ने शव का पोस्टमॉर्टम किया. पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया. परिजन शव को पैतृक गांव भागाबिला ले गये हैं.