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45 हजार लोगों के लिए 45 कूड़ेदान भी नहीं!
कोलकाता : राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से कोलकाता को ‘ग्रीन सिटी, क्लीन सिटी’ बनाने पर पूरा जोर दिया जा रहा है. लोगों के मूलभूत सुविधा के विकास, साफ-सफाई के लिए कई परियोजनाओं पर काम हुआ है और कई पर होने वाला भी है. सरकार और प्रशासन की तमाम कोशिशें के बावजूद महानगर के […]
कोलकाता : राज्य सरकार और प्रशासन की ओर से कोलकाता को ‘ग्रीन सिटी, क्लीन सिटी’ बनाने पर पूरा जोर दिया जा रहा है. लोगों के मूलभूत सुविधा के विकास, साफ-सफाई के लिए कई परियोजनाओं पर काम हुआ है और कई पर होने वाला भी है. सरकार और प्रशासन की तमाम कोशिशें के बावजूद महानगर के पोर्ट इलाके में कई जगह ऐसी हैं, जहां ‘क्लीन सिटी’ की पहल पर सवाल उठने लगते हैं. इतना ही नहीं ऐसे इलाकों में ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की भी धज्जियां उड़ रही है.
महानगर का पोर्ट इलाका जनसंख्या बहुल इलाका है. काफी व्यस्त और भीड़भाड़ इलाका होने के बावजूद यहां कई स्थान ऐसे हैं, जहां साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं के बराबर है और इसी इलाके में करीब 45 हजार लोगों के लिए 45 कूड़ेदान की व्यवस्था भी नहीं है. ऐसी हालत हो गयी है कि चार-पांच घरों के बाद ही कचरे का ढेर दिख ही जाता है, जो यह सवाल छोड़ देता है कि आखिर इसके लिए कौन, कितना ज्यादा जिम्मेवार है ?
किन इलाकों में समस्याएं
किये सर्वेक्षण के अनुसार कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 77,78 और 79 के अंतर्गत आने वाले कई इलाकों मेें साफ-सफाई को लेकर काफी समस्याएं हैं. इन इलाकों में इकबालपुर रोड, एमएम अली रोड, भूकैलाश रोड, हुसैन साह रोड, मोमिनपुर रोड, कार्ल मार्क्स सरणी शामिल हैं.
बरसात के दिनों में हालत और बदतर होने के आसार
एमएम अली रोड, कार्ल मार्क्स सरणी और हुसैन साह रोड में तो कई ऐसे भी जगह हैं जहां कूड़ेदान के बाहर भी कचरा फैल गया है. पास में ही बच्चे खेलते हैं. लोग बाजार जा रहे है. लोग गंदगी-बदबू के बीच रहने को मजबूर हैं. कई जगहों पर नाले-नालियां गंदगी और प्लास्टिक की थैलियों से अटी पड़ी हैं. गंदगी से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है. यदि नालों की सफाई नहीं की गई तो बरसात के दिनों में जलजमाव से हालात और बदतर व बिगड़ने के आसार हैं.
क्या कहना है जन प्रतिनिधियों का
इलाके मेें कुछ जगहों पर समस्या है. डॉ सुधीर बसु रोड में कांपेक्टर मशीन निर्माण कार्य पूरा हो जाने से काफी हद तक फैले कचरे की समस्याएं सुलझ जायेंगी. इलाके की पर्याप्त साफ-सफाई के लिए लोगों का सहयोग भी जरूरी है.
शमीमा रेहान खान, पार्षद 77 नंबर वार्ड
इलाके में कचरा साफ करने के लिए दो बार निगम कर्मी आते हैं. निगम अपनी ओर से साफ-सफाई के लिए किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ रही है. साफ-सफाई के लिए लोगों की जागरूकता भी काफी अहम है.
निजामुद्दीन शम्स, पार्षद 78 नंबर वार्ड
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