पटना : गया में रेप पीड़िता की पहचान उजागर करने के बाद अब राजद चौतरफा घीरती जा रही है. एक तरफ जहां पुलिस ने राजद नेताओं के खिलाफ पीड़िता की पहचान उजागर करने के मामले में दर्ज कर लिया है. वहीं राज्य महिला आयोग ने इस मामले में राजदनेताओं को नोटिस जारी करने की बात कही है. इनसबके बीच अब राजनीतिक दलों ने भी राजद पर हमला बोल दिया है.
इस मामले में राजद की सहयोगी पार्टी कांग्रेस भी नाखुश है. कांग्रेस के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को गया में पीड़िता के सामने जो माहौल बनाया गया और उसके साथ जो दुर्व्यवहार किया गया, हम उसकी निंदा करते हैं. जिस तरह से पीड़िता के सामने वहां खींचतान हुई, वह नहीं होनी चाहिए थी.
वहीं, जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार नेसदनमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि राजदकेयुवा नेता तेजस्वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश का उल्लंघन किया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि किसी भी हाल में रेप पीड़िता की पहचान को उजागर नहीं किया जा सकता. उसके किसी सगे संबंधी या अन्य बातों का भी जिक्र नहीं किया सकता है, जिससे कि उसकी पहचान खुलासा हो. लेकिन, राजद नेताओं ने पीड़िता के साथ जो सलूक किया वह शर्मसार करने वाला है. तेजस्वी यादव तो रेप के आरोपी राजद विधायक राजवल्लभ यादव के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते. वे तो उनके पक्ष में रहते हैं. गया में पीड़िता के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ, उसके लिए कौन जिम्मेवार है, किसके कहने पर राजद नेताओं की टीम गया गयी थी, किसके कहने पर पीड़िता को बयान देने के लिए मजबूर किया गया, यह तेजस्वी यादव को बताना चाहिए.
सहरसा और गया की तरह हो स्पिडी ट्रायल : मांझी
इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी नेइसमामले में स्पिडी ट्रायल की मांग की है. मांझी ने सहरसा और गया कांड की तरह इस मामले में भी स्पिडी ट्रायल की मांगकरतेहुए कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी हस्तक्षेप करें. वहीं, शनिवार को दूसरे दिन भी व्यवसायियों ने गुरारू में स्वत: दुकानें बंद रखी. इस दौरान जन अधिकार पार्टी गुरारू बाजार में घूम घूम कर प्रदर्शन करते रहें.