बिहिया : बिहिया नगर स्थित टिपुरा कॉलोनी में पिता द्वारा लिये गये कर्ज चुकता नहीं करने पर देनदार ने उसकी नाबालिग बेटी को तीन माह तक बंधक बनाये रखा. गुरुवार की सुबह लड़की किसी तरह वहंा से फरार हो गयी़
टिपुरा कॉलोनी निवासी लंबू खरवार ने अपने पड़ोसी लालबाबू खरवार के पुत्र केपी खरवार से कर्ज के रूप में पैसे लिये थे. तय समय में पैसे नहीं चुकाये जाने पर केपी खरवार ने लंबू खरवार की नाबालिग पुत्री अंजली कुमारी को लगभग तीन माह पूर्व बंधक लिया था. पुत्री को बंधक बनाये जाने के बाद पीड़िता के माता-पिता व उसका छोटा भाई दहशत में गांव से ही फरार हो गये. मामला खुलता देख केपी खरवार भी परिवार सहित फरार हो गया.
बेड़ी और जंजीर समेत भागी : गुरुवार की अहले सुबह घर में किसी को न पाकर पैरों में बेड़ी और जंजीर समेत किसी प्रकार पीड़िता वहां से फरार हो गयी.
इस दौरान गांव के लोगों को आपबीती सुनाये जाने पर लोगों ने उसे खाना खिलाया और मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर पीड़िता को अपने कब्जे में लिया. पुलिस ने इस दौरान पीड़िता की शिनाख्त पर उसके पैरों में जंजीर व बेड़ी लगाने वाले टिपुरा कॉलोनी निवासी रामभजन शर्मा को हिरासत में ले लिया.
पुलिस ने उसके पैरों में बंधी जंजीर व बेड़ी को कटवाया तब जाकर पीड़िता ने आजादी की सांस ली. वहीं घटना को अंजाम देने वाला केपी खरवार पुलिस की भनक मिलते ही फरार हो गया है. पुलिस ने बताया कि गांव में ही रहनेवाली किशोरी की बड़ी बहन से पूछताछ कर मामले की छानबीन की जा रही है. बताया कि उक्त किशोरी कई बार भाग कर राजस्थान जा चुकी थी जिसे परिजनों द्वारा वहां से लाया गया था. पुलिस मामले की छानबीन में गहराई से जुटी हुई है.
पीड़िता को प्रतिदिन दी जाती थी यातना
थाने में पहुंची पीड़िता ने बताया केपी खरवार ने अपने घर में उसके पैरों को बेड़ी और जंजीर से जकड़ दिया था, ताकि वह कहीं भाग न सके.तीन माह से बंधक बनाये जाने के दौरान उसे रात को मात्र एक बार खाना दिया जाता था. लगभग प्रतिदिन उसके साथ मारपीट करते हुए अक्सर उसके शरीर पर गर्म पानी या आग की अंगीठी फेंक दी जाती थी. पीड़िता ने बताया कि तीन माह के अंदर केपी खरवार की पत्नी आरती खरवार ने पांच बार उसके बाल काट कर छोटे-छोटे कर दिये गये थे. पीड़ित किशोरी ने बताया कि उसके भागने पर धमकी देते हुए उसके छोटे भाई को जान से मारने और उसे वेश्या मंडी में बेच देने की भी बात कही जाती थी.