रांची : एक ओर पुलिस नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज करने और उन्हें आर्थिक क्षति पहुंचाने की कवायद कर रही है. वहीं नक्सली भी अब अपने टूट चुके संगठन को फिर से बनाने के लिए लगातार वारदात को अंजाम दे रहे हैं. इसके पीछे नक्सलियों का मेन मकसद लेवी वसूलना है.
ताकि लेवी के पैसे से वे फिर से संगठन को खड़ा कर सकें. हालांकि, इस संबंध में पुलिस यह दावा करती है कि हतोत्साहित होकर नक्सली वारदात कर रहे हैं. लेकिन सवाल अपने जगह पर कायम है कि जब आलाधिकारी नक्सलियों के खात्मा का दावा लगातार कर रहे हैं, फिर वारदात होने से रोक पाने में पुलिस क्यों विफल साबित हो रही है. खासकर विकास कार्यों में लगे वाहनों और उपकरणों को क्षति पहुंचा कर सीधे-सीधे सरकार के विकास कार्यों की प्राथमिकता को नक्सली चुनौती दे रहे हैं.
मई व जून में नक्सलियों द्वारा घटित घटनाएं
01 मई : रांची में तमाड़ थाना क्षेत्र के विजयगिरी डैम के पास माओवादियों ने सवारी गाड़ी के चालक अब्राहम टोपनो की गला रेतकर हत्या कर दी.
02 मई : लेवी को लेकर रांची में लापुंग थाना के अकमरौम कैलुटोली में पीएलएफआइ के उग्रवादियों ने ग्रामीण विजय मुंडा उर्फ अरविंद होरो की गोली मारकर हत्या कर दी.
05 मई : रांची में खलारी के दमदमिया चौक पर लेवी के लिए माओवादियों ने सीसीएल के स्टाफ बस को आग के हवाले कर दिया. दूसरी बस को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
06 मई : लेवी के लिए लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र के चमातू में जेपीसी के नक्सलियों ने कुंडी कोलियरी से कोयला लेकर आ रहे तीन ट्रकों को जला दिया. चालक-खलासी से मारपीट की और फायरिंग भी की.
08 मई : गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के बांध मोड़ स्थित चिरकी नाला के पास माओवादियों ने लेवी के लिए आगजनी की. यहां सड़क निर्माण में लगे पांच हाइवा, दो डंपर, दो पोकलेन, दो पानी टैंकर व एक ट्रैक्टर को आग लगाकर क्षतिग्रस्त किया गया.
08 मई : गिरिडीह के पीरटांड़ थाना क्षेत्र में बांधमोड़ स्थित चिरकी नाला के पास सड़क निर्माण में लगे 12 वाहनों को माओवादियों ने आग के हवाले किया.
09 जून : चाईबासा के गोयलकेरा में सड़क निर्माण में लगे 13 वाहनों को नक्सलियों ने फूंक डाला.