सिंगापुर: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक सम्मेलन के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रविवार की शाम सिंगापुर पहुंच गये. उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग ट्रंप से पहले ही सिंगापुर पहुंच चुके हैं. ट्रंप और किम के बीच मंगलवार को होनेवाला यह सम्मेलन किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति और उत्तर कोरियाई नेता के बीच पहली बैठक होगी. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बैठक को शांति की एकमात्र पहल बताया है. इस अहम सम्मेलन में प्योंगयांग के परमाणु निरस्त्रीकरण का मुद्दा बातचीत के एजेंडे में शीर्ष पर रहेगा.
इससे पहले सिंगापुर पहुंचने के बाद किम जोंग उन ने रविवारको सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लुंग से मुलाकात की. किम ने ली से कहा, सारी दुनिया की नजर उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन पर है और आपके प्रयासों के लिए शुक्रिया कि हम ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के लिए तैयारी पूरी कर पाये. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के लिए उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन चीन की फ्लाइट से सिंगापुर पहुंचे.
इससे पहले, कनाडा में शनिवार को जी 7 सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किम जोंग और अपनी बैठक का जिक्र करते हुए कहा, उन्हें उम्मीद है कि प्योंगयांग कुछ सकारात्मक कदम उठायेगा क्योंकि किम जानते हैं कि यह उनके लिए आखिरी मौका है. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने कहा है कि किम के साथ मंगलवार को होनेवाली मुलाकात शांति का मिशन है. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि किम जोंग अपने लोगों, खुद के लिए और अपने परिवार के लिए कुछ सकारात्मक करना चाहते हैं क्योंकि उनके पास आगे ये अवसर नहीं होगा.’
वहीं, ट्रंप ने ये बात भी स्वीकार की है कि वह अभी इस वार्ता की सफलता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वार्ता के दौरान वह एक मिनट में ही समझ जायेंगे कि उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों को छोड़ने के लिए कितना गंभीर है. उन्होंने कहा कि वह इस वार्ता में सकारात्मक रवैये के साथ जा रहे हैं, यह क्षेत्र वैसे तो सही रूप से अंजान क्षेत्र है, लेकिन वह वाकई आश्वस्त हैं. इससे पहले ट्रंप ने गुरुवार को कहा था कि यदि सम्मेलन सफल होता है, तो वह किम को व्हाइट हाउस आने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं. उन्होंने यह बात जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे के साथ हुई संयुक्त संवाददातासम्मेलन में कही थी.