मुंबई : देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पिछले दिनों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयं सेवकों के प्रशिक्षण वर्ग के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया था. आरएसएस के कार्यक्रम में प्रणब मुखर्जी के शामिल होने से राजनीतिक में भूचाल आ गया. आरएसएस कार्यक्रम में मुखर्जी की शिरकत का जहां कांग्रेस के कई नेताओं ने तीखा विरोध किया था. वहीं भाजपा और आरएसएस ने इसे सही ठहराया.
इधर अब भाजपा के सहयोगी पार्टी शिवसेना ने एक बड़ा बयान देकर राजनीति सरगर्मी को और तेज कर दिया है. शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रणब मुखर्जी को लेकर बड़ा राजनीतिक बयान दे दिया है. उन्होंने कहा कि अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को पर्याप्त सीटें नहीं आती हैं तो प्रणब मुखर्जी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है .ऐसा लगता है कि संघ खुद को इस स्थिति के लिये तैयारी कर रहा है.
हालांकि प्रणब मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने शिवसेना के बयान को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनके पिता दोबारा राजनीति में कदम नहीं रखेंगे. शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, ‘मिस्टर राउत, भारत के राष्ट्रपति पद से रिटायर होने के बाद मेरे पिता दोबारा सक्रिय राजनीति में नहीं उतरेंगे.’
We feel RSS is preparing itself for a situation where it might put forth Pranab Mukherjee ji as PM name if BJP fails to get required numbers, in any case BJP will lose a minimum of 110 seats this time: Sanjay Raut,Shiv Sena pic.twitter.com/y36dsakELo
— ANI (@ANI) June 10, 2018
गौरतलब हो कि 7 जून को प्रणब मुखर्जी ने आरएसएस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. मुखर्जी जब संघ मुख्यालय आये तो उन्होंने संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को ‘ भारत माता का महान सपूत ‘ बताया. मुखर्जी ने अपने संबोधन से पहले संघ की आगंतुक पुस्तिका में लिखा , मैं भारत माता के एक महान सपूत के प्रति अपनी श्रद्धा एवं सम्मान व्यक्त करने यहां आया हूं.
Mr. Raut, after retiring as President of India, my father is NOT going to enter into active politics again https://t.co/WJmmZx5g1y
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) June 10, 2018
आरएसएस कार्यक्रम में मुखर्जी की शिरकत का कांग्रेस के कई नेताओं ने तीखा विरोध किया था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने उनके इस फैसले से असहमति जताते हुए कहा कि ‘ प्रणब दा ‘ से ऐसी उम्मीद नहीं थी. मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा था कि उनके पिता आरएसएस के कार्यक्रम में भाषण देने के अपने फैसले से भाजपा और आरएसएस को झूठी खबरें फैलाने का मौका दे रहे हैं.