पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इंटरमीडिएट की परीक्षा का परिणाम आने में कुछ ही समय रह गया है. ऐसे में छात्रों के लिए राहत भरी खबर है कि इस साल परीक्षा का परिणाम पिछले साल की अपेक्षा बेहतर होगा. साथ ही छात्रों को बेहतर अंक आने की संभावना है. वहीं, छात्रों को पिछले साल मिले अधिकतम आठ फीसदी ग्रेस अंकों के स्थान पर 10 फीसदी तक ग्रेस अंक दिये जायेंगे. हालांकि, भाषा में अनुत्तीर्ण होने पर छात्रों को ग्रेस अंक नहीं दिये जायेंगे.
जानकारी के मुताबिक, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इंटरमीडिएट की परीक्षा का परिणाम आने के पूर्व शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा है कि इस साल इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणाम बेहतर आयेंगे. पिछले साल की तुलना में इस वर्ष छात्रों को बेहतर अंक भी मिलेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि टॉपर्स को लेकर उठनेवाले सवालों के मद्देनजर काफी सावधानियां बरती गयी हैं. सौ टॉपर्स को पटना बुला कर फिजिकल वेरिफिकेशन कराने के साथ हैंड राइटिंग तक का मिलान कराया जा चुका है. ऐसे में टापर्स को लेकर गड़बड़ी होने की गुंजाइश नहीं के बराबर है.
इंटरमीडिएट की परीक्षा में 300 अंक आने पर फर्स्ट डिवीजन, 225 या उससे अधिक अंक लानेवाले छात्रों को सेकेंड डिवीजन की श्रेणी में रखा जायेगा. इंटर की परीक्षा में छात्र को थ्योरी में 30 फीसदी और प्रैक्टिकल में 40 फीसदी मार्क्स लाना अनिवार्य होगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय में शाम साढ़े चार बजे शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा परीक्षा का परिणाम जारी करेंगे. इस मौके पर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी मौजूद रहेंगे.
टॉपर छात्रों को मिलेगा एक लाख रुपये तक का ईनाम
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इंटरमीडिएट की परीक्षा टॉप करनेवाले तीनों संकाय के छात्रों को एक लाख रुपये बतौर ईनाम दिये जायेगे. साथ ही उन्हें लैपटॉप भी दिया जायेगा. वहीं, दूसरे स्थान पर आनेवाले छात्रों 75,000 रुपये और तीसरे स्थान पर आनेवाले छात्र को 50,000 रुपये इनाम दिये जायेंगे. वहीं, दो अन्य टॉपरों को 15 हजार रुपये के साथ एक लैपटॉप सांत्वना पुरस्कार के रूप में दिया जायेगा.