हरीश तिवारी
लखनऊ: यूपी एटीएस के एएसपी राजेश साहनी की मौत से आज परदा उठ सकता है. आज फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि एएसपी राजेश साहनी ने आत्महत्या की थी या फिर उनकी मौत की कुछ और वजह है या फिर कोई साजिश. फिलहाल, इस मामले की जांच सीबीआई करेगी और यूपी सरकार इसके लिए आदेश दे चुकी है. साथ ही इस मामले की यूपी सरकार विभागीय जांच करा रही है. ऐसा माना जा रहा है कि उनकी मौत की आज फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट आ सकती है. इसके बाद ही उनकी मौत पर उठ रहे सवालों के जवाब मिल सकेंगे.
एएसपी राजेश साहनी की मौत को दस दिन से ज्यादा हो गये हैं. लेकिन, अभी तक नतीजा सिफर है. राज्य सरकार ने इसकी जांच के लिए सीबीआई से कहा था और सीबीआई ने अभी तक इसकी जांच शुरू नहीं की है. फिलहाल इस मामले की विभागीय जांच भी चल रही है और मंगलवार को एडीजी जोन लखनऊ ने विभागीय जांच शुरू कर दी. एटीएस मुख्यालय में एडीजी राजीव कृष्ण ने मंगलवार को कुछ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की और उनके कमरे की भी जांच की थी, जिसमें साहनी की मृत्यु हुई थी.
पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार आईजी एटीएस असीम अरुण सहित कई अन्य अधिकारियों के बयान दर्ज किये गये हैं. अग्रिम जांच के लिए एडीजी को अभी फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट का इंतजार है. क्योंकि फोरेंसिक रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि साहनी की मृत्यु किन परिस्थितियों में गोली लगने से हुई थी. इसके बाद ही इसी रिपोर्ट में मृत्यु से जुड़े अहम मामले सामने आयेंगे. अभी तक एडीजी ने एडीजी ने साहनी के चालक मनोज के साथ ही साहनी की पत्नी व बेटी सहित अन्य परिवारीजनों के भी बयान दर्ज किए हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बुधवार को फोरेंसिक रिपोर्ट आ सकती है. साहनी 1993 बैच के पीपीएस अफसर थे और उन्होंने एटीएस में कई मामलों का खुलासा किया था. विभाग में वह तेज तर्रार अफसरों में शुमार थे.