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रांची विवि मुख्यालय से भेजी जा रही थी एक ट्रक कॉपी, प्रशासन था अंजान, जानें क्या है कॉपियों को डिस्पोज करने का नियम
परीक्षा की कॉपियां लेकर ट्रक जा रहा था बाहर अधिकारियों को मिली सूचना, तब रखे गये कॉपियों के बंडल रांची : रांची विश्वविद्यालय के मुख्यालय से रविवार रात को एक ट्रक कॉपी बाहर भेजी जा रही थी, जिसकी जानकारी विवि प्रशासन को नहीं थी. मुख्य गेट पर जब सुरक्षा गार्ड ने ट्रक से कागजात मांगे, […]
परीक्षा की कॉपियां लेकर ट्रक जा रहा था बाहर
अधिकारियों को मिली सूचना, तब रखे गये कॉपियों के बंडल
रांची : रांची विश्वविद्यालय के मुख्यालय से रविवार रात को एक ट्रक कॉपी बाहर भेजी जा रही थी, जिसकी जानकारी विवि प्रशासन को नहीं थी. मुख्य गेट पर जब सुरक्षा गार्ड ने ट्रक से कागजात मांगे, तो ट्रक वालों के पास कोई जवाब नहीं था. इसकी जानकारी विवि के अधिकारियों को दी गयी. जिसके बाद ट्रक मुख्यालय परिसर में ही खड़ा रहा और सोमवार को ट्रक में रखी गयी कॉपियों को गोदाम में वापस रख दिया गया. विवि के अधिकारियों का कहना है कि हमें ट्रक और कॉपियों की जानकारी नहीं है.
रांची विवि की परीक्षा के बाद सभी कॉपियों को मंगा कर विवि मुख्यालय स्थित गोदाम में रखा जाता है. इन्हीं कॉपियों को रात के अंधेरे में बाहर भेजने की तैयारी हो रही थी, जिसे किसी को खबर नहीं थी. पूरा ट्रक परीक्षा की कॉपियों से भरा हुआ था. इसमें वर्ष 2016 की भी कॉपियां थीं, जिन्हें नियमत: तीन साल तक रखना होता है. इसके बाद ही डिस्पोज करने का प्रावधान है. ट्रक में कॉपी रखने के बाद इसे पैक कर दिया गया था.
लेकिन अधिकारियों को सूचना मिलने के बाद इसे फिर से खोला गया और गोदाम में वापस रखा गया. रांची विवि की प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार का कहना है कि मुख्यालय से ट्रक से कॉपी जा रही थी, इसकी जानकारी हमें नहीं है. बाद में गेट के गार्ड से जानकारी मिली. उसमें 2016 की भी कॉपी थी, जिसे सोमवार को उतार लिया गया.
क्या है कॉपियों को डिस्पोज करने का नियम
हर साल टेंडर के जरिये पुरानी कॉपियों को नीलामी प्रक्रिया से डिस्पोज किया जाता है और रांची विवि में 2015 तक की कॉपियों की नीलामी का ऑर्डर प्राप्त है. अब तक 2016-17 की उत्तर पुस्तिकाओं और पुराने प्रश्न पत्रों को डिस्पोज करने का टेंडर नहीं किया गया है. इसके साथ ही विवि की ओर से किसी तरह का अादेश जारी नहीं हुआ है.
किसने भेजी कॉपी किसी को नहीं पता
इस बारे में जब ट्रक लेकर आनेवाले व्यक्ति से पूछा गया कि किसके आदेश से ये ट्रक अंदर आया और इसमें कॉपी रखी गयी, तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. जब कॉपियों को वापस गोेदाम में रखा जा रहा था, तब भी उससे ये बात पूछी गयी, तो जवाब मिला कि परीक्षा विभाग से पूछ लीजिए, हमें इसके बारे में कुछ नहीं पता. रांची विवि के कुलपति ने भी इस संबंध में बात नहीं की.
कॉपियों को ट्रक से भेजा रहा था, इसकी जानकारी हमें नहीं थी. रात में मुख्यालय गेट के गार्ड से इसकी जानकारी मिली. ये पता लगाया जा रहा है कि कॉपी किसके आदेश से भेजी जा रही थी.
डॉ कामिनी कुमार, प्रतिकुलपति, रांची विवि
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