Advertisement
कम्युनिटी किचन बंद, ‘सिलिंडर बम’ पर बन रहा खाना
गैस सब्सिडी के अभाव में बंद कर दिया गया मरीजों का कम्युनिटी किचन पटना : सूबे से सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में प्रदेश के अन्य जिलों से आये मरीजों के परिजन अस्पताल परिसर के अंदर ही छोटे गैस सिलिंडरों पर खाना बनाते हैं. ऐसे में कब इस तरह के सिलिंडर दुर्घटना के कारण बन जाएं […]
गैस सब्सिडी के अभाव में बंद कर दिया गया मरीजों का कम्युनिटी किचन
पटना : सूबे से सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में प्रदेश के अन्य जिलों से आये मरीजों के परिजन अस्पताल परिसर के अंदर ही छोटे गैस सिलिंडरों पर खाना बनाते हैं. ऐसे में कब इस तरह के सिलिंडर दुर्घटना के कारण बन जाएं और अस्पताल में आग लग जाये, कुछ कहा नहीं जा सकता. इसके पीछे सबसे बड़ी लापरवाही अस्पताल प्रशासन की है. अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीजों के लिए खोला गया कम्युनिटी किचन बंद हो जाने के कारण यह नजारा देखने को मिल रहा है.
सिलिंडर पर खाना राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक, हथुआ वार्ड, टाटा वार्ड व इमरजेंसी के पीछे बनाया जा रहा है. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ दीपक टंडन ने बताया कि छोटे सिलिंडर पर खाना बनाने के लिए जगह चिह्नित किये गये हैं. अगर हथुआ, टाटा, राजेंद्र सर्जिकल वार्ड के पास खाना बन रहा है, तो यह गलत है. जांच करा कर उसे तुरंत रोका जायेगा.रही बात कम्युनिटी किचन की, तो इसे शुरू कराने के लिए इसको लेकर विभागीय स्तर पर बात चल रही है. जल्द ही मरीजों को राहत मिलेगी.
पीएमसीएच में इलाज कराने आये मरीज या उनके परिजनों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की पहल पर कम्युनिटी किचन बनाया गया था. शुरू के दो साल तो यह काफी अच्छा चला, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया. जानकारों की मानें, तो रसोई गैस पर सब्सिडी कम होने के बाद अस्पताल प्रशासन उस खर्च को वहन नहीं कर पाया, नतीजा बजट के अभाव में उसे बंद करा दिया गया. जबकि जिस समय किचन की व्यवस्था की गयी थी उस दौरान महज दो रुपये खर्च कर जरूरतमंद खाना बना लेते थे.
बचाव के लिए यह करें
एलपीजी गैस एजेंसी व अधिकृत विक्रेता से ही छोटे मान्य सिलिंडर खरीदें
मार्केट में मिल रहे अवैध छोटे सिलिंडर नहीं खरीदें व उस पर खाना नहीं बनाएं
सिलिंडर खरीदने के बाद या डिलिवरी के समय कंपनी की सील, सेफ्टी कैप को अच्छी तरह चेक कर लें n सिलिंडर पर कंपनी के नाम के साथ सील और कैप नहीं हैं, तो सिलिंडर बिल्कुल न लें
खाना बनाने के बाद पहले रेगुलेटर नॉब बंद करें और बाद में चूल्हे की
नॉब को बंद करें
निकटतम एजेंसी और कस्टमर केयर का नंबर अपने पास रखें अगर नोजल आदि में लीकेज देखे, तो फौरन गैस एजेंसी को कॉल कर मामले से अवगत कराएं.
नोजल के पास लीकेज होने पर सिलिंडर के पास माचिस न जलाएं व रेगुलेटर तुरंत बंद कर दें n लीकेज की जांच के लिए साबुन युक्त पानी का प्रयोग करना चाहिए
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement