विश्व युद्ध के कारण वर्ष 1942 और 1946 में विश्व कप का आयोजन नहीं हो सका. 12 साल बाद फिर से विश्व कप फुटबॉल के आयोजन का विचार फीफा को आया और उसने मेजबानी ब्राजील को सौंपी गयी, पर खिताब उरुग्वे ने जीता. फीफा ने दक्षिणी अमेरिकी देश को मेजबानी सौंपने को सोचा और ब्राजील को यह मौका मिला. इस बार ट्रॉफी का नामकरण किया गया और नाम दिया गया जूल्स रिमे कप. जूल्स रिमे विश्व कप के फाउंडर थे और उस समय वे फीफा के अध्यक्ष भी थे.
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FIFA World Cup फ्लैश बैक: 12 वर्ष बाद खेले गये इस विश्व कप में उरुग्वे ने तोड़ा ब्राजील का सपना
विश्व युद्ध के कारण वर्ष 1942 और 1946 में विश्व कप का आयोजन नहीं हो सका. 12 साल बाद फिर से विश्व कप फुटबॉल के आयोजन का विचार फीफा को आया और उसने मेजबानी ब्राजील को सौंपी गयी, पर खिताब उरुग्वे ने जीता. फीफा ने दक्षिणी अमेरिकी देश को मेजबानी सौंपने को सोचा और ब्राजील […]
विश्व युद्ध के बाद खेले गये मैच में प्रतियोगिता का स्वरूप बदला और कुल 16 टीमों ने क्वालिफाई किया था, भाग लिया 13 टीमों ने. पहले राउंड में टीमों को चार ग्रुप में रखा गया और ग्रुप की विजेताओं को फाइनल ग्रुप में खेलने का मौका मिला. फाइनल ग्रुप में खेलनेवाली टीमों में शीर्ष टीम को अंक के आधार पर विजेता घोषित किया गया जिसमें उरुग्वे ने बाजी मारी.
इंग्लैंड ने पहली बार विश्व कप में हिस्सा लिया. अर्जेंटीना ने ब्राजील से मतभेद के कारण विश्व कप से नाम वापस ले लिया. फ्रांस ने अपना नाम वापस ले लिया. फीफा ने जर्मनी को निकाल दिया जबकि ऑस्ट्रिया, इक्वाडोर और बेल्जियम की टीम भी विश्व कप में खेलने नहीं आयीं. कई टीमों की अनुपस्थिति में भारत की टीम भी पहली बार विश्व कप के लिए क्वालिफाई कर गयी, लेकिन नंगे पांव होने के कारण फीफा ने भारतीय टीम को खेलने नहीं दिया. पहली बार विश्व कप में खेल रही इंग्लैंड की टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था पर उसकी शुरुआत खराब रही. उसे पहले ही मैच में अमेरिका के हाथों निराश होना पड़ा.
इसके बाद स्पेन ने भी उसे हराया. चार ग्रुप में बंटे इस फुटबॉल महाकुंभ के ग्रुप स्टेज में बेहतर प्रदर्शन कर फाइनल स्टेज में ब्राजील, स्पेन, स्वीडन और उरुग्वे की टीम पहुंची. सभी टीमों ने चार-चार मैच खेले. मेजबान ब्राजील की टीम स्वीडन को 7-1 और स्पेन को 6-1 से मात दी. निर्णायक मैच के पहले ब्राजील की टीम फाइनल ग्रुप में शीर्ष पर थी. अब बारी थी असली मुकाबले की. ब्राजील और उरुग्वे के बीच निर्णायक मुकाबला खेला गया, इसमें उरुग्वे ने ब्राजील को 2-1 से हरा कर खिताब अपने नाम कर लिया.
भारत को मिला था न्योता
इस विश्व कप में भारतीय फुटबॉल टीम को खेलने के लिए निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन कहा जाता है कि भारतीय टीम खाली पैर इस टूर्नामेंट में खेला चाहती थी, फीफा ने इजाजत नहीं दी. इसके बाद विश्व कप में भारत को कभी मौका नहीं मिला. भारत के अलावा स्कॉटलैंड और तुर्की की टीमों को भी निमंत्रण मिला था, लेकिन ये टीमें भी शामिल नहीं हो सकी थीं.
एक नजर में
मेजबान : ब्राजील
कब-से-कब तक: 24 जून से 16 जुलाई
भाग लेनेवाली टीमें : 13
आयोजन स्थल : 6
विजेता : उरुग्वे
उपविजेता : ब्राजील
तीसरा स्थान: स्वीडन
चौथा स्थान : स्पेन
कुल मैच : 22
कुल गोल : 88
दर्शक : 1, 045, 246
टॉप स्कोरर : अदेमीर (8 गोल, ब्राजील)
सबसे बड़ा स्टेडियम : रियो डी जेनेरो
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