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रांची : जल संकट बरकरार, चौथे दिन भी राजधानी को नहीं मिला पर्याप्त पानी, बाल्टी लेकर टैंकर का इंतजार करते दिखे लोग
विभाग कर रहा दावा : शहर को दिया 45 एमजीडी पानी इधर, बाल्टी लेकर टैंकर का इंतजार करते दिखे लोग राजधानी में जल संकट अब भी बरकरार है. 27 मई की रात आयी आंधी-बारिश के कारण बिजली बाधित होने से बूटी जलागार से शहर के बड़े हिस्से को पानी नहीं मिल रहा था. बिजली आपूर्ति […]
विभाग कर रहा दावा : शहर को दिया 45 एमजीडी पानी
इधर, बाल्टी लेकर टैंकर का इंतजार करते दिखे लोग
राजधानी में जल संकट अब भी बरकरार है. 27 मई की रात आयी आंधी-बारिश के कारण बिजली बाधित होने से बूटी जलागार से शहर के बड़े हिस्से को पानी नहीं मिल रहा था. बिजली आपूर्ति बहाल होने के बाद बुधवार को कुछ इलाकों में आंशिक जलापूर्ति की गयी थी.
गुरुवार को भी हालात कुछ ऐसे ही रहे. पीएचइडी विभाग का दावा है कि शहर के तीनों डैमों से जितना पानी (45 एमजीडी) रोजाना दिया जाता है, गुरुवार को भी उतने ही पानी की सप्लाई की गयी. लेकिन, शहर के लोग कह रहे हैं कि उन्हें अब भी पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है.
रांची : पानी की किल्लत बढ़ने के साथ शहर के लोगों को गुस्सा भी बढ़ रहा है. पानी की मांग करते हुए लगातार दो दिनों तक शहर के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने सड़कें भी जाम कीं. लोगों का आरोप है कि उन्हें पानी की किल्लत है, लेकिन इस समस्या का समाधान कोई नहीं कर रहा है. इधर, रांची नगर निगम और पीएचइडी विभाग कह रहे हैं कि शहरवासियों को पर्याप्त पानी मुहैया कराने के प्रयास किये जा रहे हैं.
हालांकि, गुरुवार को भी शहर के कई हिस्सों में पानी की किल्लत साफ दिखी. लेक रोड के निवासी बाल्टी लेकर नगर निगम के टैंकर का इंतजार में घंटों खड़े रहे. यहां पहुंचने के 35 मिनट के भीतर ही टैंकर खाली हो गया. कुछ ऐसे ही हालात हरमू के विद्यानगर, गंगानगर व यमुना नगर में भी थे.
पानी की गंभीर किल्लत होने के कारण नगर निगम के टैंकर यहां पानी लेकर आये तो, लेकिन जरूरतमंदों की तादाद ज्यादा होने के कारण पानी कम पड़ गया.
एक महीने से नहीं हुए पानी के दर्शन : वार्ड नंबर-23 के नाला रोड में पिछले एक महीने से पाइप लाइन से पानी की एक बूंद तक नहीं गिरी है.
इससे नाराज लोग बुधवार को सड़क पर उतरे भी थे. तब आश्वासन मिला था कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जायेगा. लेकिन, गुरुवार तक इस मोहल्ले में सप्लाई पाइप लाइन से पानी नहीं आया था. मोहल्ले के लोगों ने बताया कि जिला स्कूल के संप से मोहल्ले में पानी आता था, जो फिलहाल बंद है. पानी क्यों नहीं आ रहा है, इस बारे में जिला स्कूल में कार्यरत अभियंता कुछ भी साफ-साफ नहीं बताते हैं.
झाविमो ने किया प्रदर्शन, कहा : जलापूर्ति नियमित नहीं हुई, तो उग्र आंदोलन करेंगे
रांची. शहर में अनियमित जलापूर्ति के विरोध में गुरुवार को झारखंड विकास मोर्चा, युवा मोर्चा एवं आदिवासी मोर्चा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जिला स्कूल के समीप के पानी टंकी पर विरोध प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए केंद्रीय सचिव राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि भीषण गर्मी एवं रमजान के पवित्र महीने में पिछले पांच दिनों से एक बूंद पानी राजधानी की जनता को नहीं मिल रहा है. इस कारण हाहाकार मचा हुआ है.
उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द पानी की सप्लाई नियमित नहीं की गयी, तो पार्टी जोरदार आंदोलन करेगी. प्रदर्शन में मुजीब कुरैशी, दीपू गाड़ी, वंदना उरांव, मुन्ना बड़ाइक, राम मनोज साहू, अकबर कुरैशी, कुणाल शाहदेव, भीम शर्मा आदि उपस्थित थे.
पीएचइडी विभाग की लापरवाही …और इधर पीने लायक पानी से पैर धोते रहे लोग
रांची : पीएचइडी विभाग के अधिकारी कहते हैं कि शहर को रोजाना जितना पानी चाहिए, उतने की आपूर्ति हो रही है. ऐसे में सवाल यह है कि लोगों पर्याप्त पानी क्यों नहीं मिल रहा? दरअसल, शह के विभिन्न हिस्सों में बिछी सप्लाई पाइप लाइन में कई जगह बड़े-बड़े लीकेज हैं, जिससे पीने योग्य लाखों लीटर पानी सड़कों और नालों में बह जा रहा है.
रुक्का डैम की पाइप लाइन में बूटी मोड़ से लेकर कोकर तक कई जगहों पर लीकेज है. कांटाटोली चौक पर लगातार 17वें पाइप लाइन से बड़ी मात्रा में पानी का बह रहा था. यहां से गुजरने वाले लोग इससे हाथ-पैर धो रहे थे. इस लीकेज की जानकारी पीएचइडी विभाग को भी है, लेकिन आज तक इसकी मरम्मत नहीं करायी गयी है.
अभियंता ने कहा : शहर में की गयी नियमित जलापूर्ति
रुक्का फिल्टरेशन प्लांट के कार्यपालक अभियंता कार्तिक भगत ने बताया कि गुरुवार को तीनों डैमों से शहर के विभिन्न संपों में नियमित जलापूर्ति की गयी है. मौजूदा समय में राजधानी को तीन डैमों से प्रतिदिन 45 एमजीडी पानी की आपूर्ति की जाती है. गुरुवार को रुक्का से 32 एमजीडी, हटिया डैम से आठ एमजीडी और गोंदा डैम से 4.3 एमजीडी पानी की आपूर्ति की गयी.
बिजली-पानी दे नहीं सकते और चले हैं डींग हांकने : झाविमो
झाविमो के केंद्रीय प्रवक्ता योगेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि रघुवर सरकार बिजली-पानी जैसी प्रमुख बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल साबित हुई है. राजधानी में तो जीरो कट बिजली व नियमित रूप से पानी मुहैया करा नहीं सकते हैं. अब डींग हांक रहे हैं कि 2018 तक सभी घरों में बिजली नहीं दे पाया, तो वोट मांगने नहीं आऊंगा. इस सरकार से राज्य की जनता को कोई उम्मीद नहीं है.
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