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आग से झुलसे काशी की भी मौत

पिछले चार दिनों से जिंदगी के लिए मौत से जूझ रहा था काशी राम मीरगंज : हरखौली गांव में गैस रिसाव से लगी आग से गंभीर रूप से झुलसे काशी राम की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. उदंत राय के बंगरा निवासी मजदूर काशी राम की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए बेहतर […]

पिछले चार दिनों से जिंदगी के लिए मौत से जूझ रहा था काशी राम

मीरगंज : हरखौली गांव में गैस रिसाव से लगी आग से गंभीर रूप से झुलसे काशी राम की पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गयी. उदंत राय के बंगरा निवासी मजदूर काशी राम की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया था जहां पिछले 28 मई से काशी जिंदगी के लिए मौत से लड़ रहा था. आखिर में वह गुरुवार को लगभग पांच बजे शाम को जिंदगी की जंग हार गया. पीएमसीएच में मरीजों के साथ गये नेमा मांझी ने बताया कि काशी राम की स्थिति दिन भर सामान्य थी. शाम को स्थिति बिगड़ते देख संबंधित चिकित्सक को बुलाया गया व सघन जांच-पड़ताल कर दवा दी गयी. दवा देने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ व काशी राम की मौत हो गयी.
काशी की मौत से दहशत में मरीज : आग से झुलसे मरीजों का पीएमसीएच में सघन इलाज चल रहा है. जिंदगी के लिए वे पल-पल मौत से जूझ रहे हैं. लेकिन काशी राम की मौत ने उन्हें और झुलसा दिया है. साथ भर्ती अभिभावक की मौत से वार्ड 301, 307 व 308 में भर्ती मरीजों की हालत खस्ता है. सभी मरीज घबड़ाये हुए हैं. मरीजों के परिजन व चिकित्सक उनकी हौसला अफजाई करने में लगे हुए हैं लेकिन मौत का भय अब सबको सताने लगा है. वहीं मृतक के परिजन व रिश्तेदार सूचना पाकर मीरगंज पहुंचने वाले हैं.
इंद्रेश राम के घर में लगी थी आग
हादसा 27 मई की सुबह हरखौली के दलित बस्ती में इंद्रेश राम के घर हुआ था. सुबह 7.30 बजे के आसपास यह हादसा हुआ. परिजनों के मुताबिक इंद्रेश राम की पत्नी रामावती देवी व पुत्री रुबी कुमारी खाना बना रही थी. रूबी गैस सिलिंडर जलाकर खाना बनाने जा रही थी. इसी बीच यह हादसा हुआ था.
क्या है अग्निकांड का पूरा मामला
मीरगंज के हरखौली दलित बस्ती में बीते रविवार की सुबह इंद्रेश उर्फ भुटी राम को उज्ज्वला योजना से मिली गैस सिलिंडर में वॉल्व नहीं था. इस कारण चूल्हा जलाते ही आग तेजी से फैल गयी. इसमें भुटी राम, पत्नी रामावती देवी, बेटी रूबी कुमार आदि झुलस गये. इन्हें बचाने के क्रम में बस्ती के 17 लोग झुलस गये थे. सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें 11 लोगों को पीएमसीएच रेफर किया गया, जिनमें जगदीश राम की रास्ते में ही मौत हो गयी तथा काशी राम की गुरुवार की शाम पीएमसीएच में मौत हो गयी. जांच रिपोर्ट में सिलिंडर का वॉल्व नहीं होने के कारण हादसा होने की बात प्रशासन ने बतायी, हादसे का जिसम्मेदार कौन था, कार्रवाई अबतक नहीं हुई.
इनकी हालत बनी नाजुक
नाम उम्र
नीतीश कुमार (18)
बबलू कुमार (7)
इनरमल राम (20)
राम प्रवेश राम (26)
संदीप कुमार (15)
पुतुल देवी (50)
कमलावती देवी (45)
रूबी कुमारी (15)
रमावती देवी (40)
सुमांती कुमारी (18)
भर्ती मरीजों के परिजनों की अटकीं सांसें
भर्ती मरीजों के परिजनों व पड़ोसियों की सांसें अटकीं हुई हैं. पीड़ितों की सेहत को लेकर चिंता व पीड़ा में डूबे हुए परिजन न ठीक से खा-पी रहे हैं न ठीक से सो पा रहे हैं. अग्निकांड ने घरवालों व पड़ोसियों को बदहवास कर दिया है. करुणा व गरीबी की चादर में लिपटे परिजन व सगे-संबंधी दिन व रात सिसक कर गुजार रहे हैं.

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