पटना / लखनऊ : बिहार की राजधानी स्थित शास्त्रीनगर थाने के पूर्वी पटेल नगर निवासी उत्तर प्रदेश के एटीएस अधिकारी राजेश साहनी की संदिग्ध स्थिति में हुई मौत को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले की विस्तृत जांच सीबीआई से कराने को कहा है. उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी के मुताबिक, ”मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक से साहनी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में विस्तृत जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए इसकी जांच सीबीआई द्वारा कराई जानी चाहिए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस मामले की सीबीआई जांच के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेजा जा रहा है.”
उत्तर प्रदेश के पीपीएस अधिकारी राजेश साहनी ने सर्विस रिवाल्वर से खुद की कनपटी पर गोली मार ली थी. उन्होंने मंगलवार को अपने कार्यालय में दोपहर लगभग पौने एक बजे खुदकुशी की. साहनी 1992 बैच के प्रांतीय पुलिस सेवा के अधिकारी थे. वह वर्ष 2013 में अपर पुलिस अधीक्षक बने थे. राजेश की शिक्षा पटना में ही हुई थी. 1969 में जन्मे राजेश साहनी ने राजनीति शास्त्र से एमए किया था. पुलिस के अनुसार पता लगाया जा रहा है कि साहनी ने ऐसा कदम क्यों उठाया. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था. साहनी (48) उत्तराखंड में हाल ही में पाकिस्तानी जासूस को पकड़ने के आपरेशन में शामिल थे. उन्हें कई और हाई प्रोफाइल मामले सुलझाने का श्रेय हासिल था.
एक आधिकारिक प्रवक्ता के मुताबिक, ”पुलिस महानिदेशक ने एटीएस के सहायक पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की परिस्थितियों की जांच के आदेश एडीजे लखनऊ जोन राजीव कृष्ण को दिये है.” साहनी का अंतिम संस्कार बुधवार को लखनऊ में भैसाकुंड श्मशान घाट पर उनकी बेटी द्वारा अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार तथा डीजीपी ओपी सिंह समेत तमाम आला पुलिस अधिकारी मौजूद थे. अपर पुलिस अधीक्षक एटीएस साहनी के पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन्स, लखनऊ में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तथा शोक परेड की गयी.
अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस महानिदेशक उप्र, अपर पुलिस महानिदेशक, लखनऊ जोन, पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी,कर्मचारी मौजूद रहे. प्रमुख सचिव गृह, उप्र शासन, पुलिस महानिदेशक, उप्र सहित समस्त पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारीगण द्वारा लखनऊ स्थित भैसाकुंड में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी. पुलिस महानिदेशक, उप्र द्वारा उनके पारिवारिक सदस्यों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए, उन्हें पुलिस विभाग की तरफ से हरसम्भव सहयोग का आश्वासन दिया गया. साहनी की मौत के बाद मामले की जांच की मांग राजनीतिक दलों के साथ सोशल मीडिया पर भी जोरशोर से उठ रही थी, जिसके बाद डीजीपी ने मामले की जांच के आदेश दिये.