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सात से दस जून तक प्रदेश में प्रवेश करेगा मॉनसून
स्काईमेट के बाद आईएमडी ने केरल में तीन दिन पहले माॅनसून आने की घोषणा की पटना : मॉनसून देश में दस्तक दे चुका है. सोमवार को निजी एजेंसी स्काईमेट के बाद मंगलवार को (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट) आईएमडी ने केरल में तीन पहले माॅनसून आने की घोषणा कर दी है. अब बिहार में मॉनसून के प्रवेश […]
स्काईमेट के बाद आईएमडी ने केरल में तीन दिन पहले माॅनसून आने की घोषणा की
पटना : मॉनसून देश में दस्तक दे चुका है. सोमवार को निजी एजेंसी स्काईमेट के बाद मंगलवार को (इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट) आईएमडी ने केरल में तीन पहले माॅनसून आने की घोषणा कर दी है.
अब बिहार में मॉनसून के प्रवेश को लेकर कयास लगाना शुरू हो गया है. फिलहाल रिपोर्ट है कि माॅनसून को लेकर अनुकूल परिस्थितियां बन रही है. अगले तीन दिनों में वह तेज रफ्तार से आगे की तरफ बढ़ेगा. अनिसाबाद स्थित राज्य का मौसम विज्ञान केंद्र भी मॉनसून को लेकर नजर बनाये हुए है. स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार सब कुछ ठीक रहा, तो राज्य में सात से लेकर दस जून के बीच मॉनसून प्रवेश कर जायेगा.
इसके बाद अपनी स्वाभाविक चाल के आधार पर लगभग पांच दिनों के भीतर राज्य के सभी हिस्सों में मॉनसून सक्रिय हो जायेगा. मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो अगर अगले पांच दिनों में मॉनसून की चाल नहीं बिगड़ती है और मॉनसून ब्रेक नहीं होता है, तो इसकी पूरी संभावना है कि बिहार में मॉनसूनी बारिश सात जून से शुरू हो जायेगी.
बीते वर्ष 17 जून को राज्य में आया था मॉनसून : बीते वर्ष एक जून को मॉनसून ने केरल में दस्तक दे दिया था, मगर बीच में मॉनसून ब्रेक होने से बिहार में इसका प्रवेश 16 दिन बाद 17 जून को हो सका. मौसम केंद्र के अनुसार बीते वर्ष 22 जून को मॉनसून पूरे राज्य में सक्रिय हुआ था. इसके बाद नेशनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर ने 16 अक्तूबर को बिहार में मॉनसून समाप्त होने की घोषणा की थी.
दस जून है राज्य में सामान्य तारीख : जानकारी के अनुसार राज्य में मॉनसून आने की सामान्य तारीख दस जून है. मगर चार दिन पहले या बाद भी मॉनसून आना सामान्य रेंज में ही माना जाता है.
इसके अलावा पांच अक्तूबर राज्य में माॅनसून जाने की सामान्य तारीख है. वहीं बीते तीस वर्ष के आधार पर राज्य में मॉनसून के सामान्य बारिश का रेंज 2010 तक 1024.3 एमएम रखा गया था, जबकि वर्ष 2011 से अभी तक राज्य में सामान्य बारिश की स्थिति 1027.6 एमएम रखी गयी है.
पिछले पंद्रह वर्षों में मॉनसून का हाल
वर्ष आया गया बारिश
2002 11 जून 10 अक्तूबर 1004
2003 13 जून 13 अक्तूबर 1140
2004 16 जून 2 अक्तूबर 934
2005 21 जून 5 अक्तूबर 853
2006 6 जून 9 अक्तूबर 913
2007 10 जून 13 अक्तूबर 1343
2008 9 जून 13 अक्तूबर 1043
2009 29 जून 20 अक्तूबर 752
वर्ष आया गया बारिश
2010 18 जून 26 अक्तूबर 796
2011 17 जून 13 अक्तूबर 1059
2012 19 जून 15 अक्तूबर 813
2013 15 जून 19 अक्तूबर 722
2014 18 जून 18 अक्तूबर 849
2015 22 जून 6 अक्तूबर 745
2016 17 जून 16 अक्तूबर 975
बारिश : एमएम में
आधी रात के बाद भी कई क्षेत्रों में पसरा रहा अंधेरा
पटना. बारिश के साथ तेज हवाओं ने गर्मी व उमस से भले ही 28 मई की रात को राहत दी, परंतु बिजली संकट ने खूब रुलाया. आधी रात के बाद तक राजधानी के अधिकतर क्षेत्रों में आपूर्ति ठप रही. हालांकि, कंट्रोल रूम ने दावा किया था कि एक-एक कर सभी फीडरों से आपूर्ति बहाल की जा रही है. यह संकट मंगलवार को भी बरकरार रही. दिन भर बिजली आती-जाती रही. सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला रात तक जारी रहा. उधर, कंट्रोल रूम के फोन दिन भर घनघनाते रहे.
वहां से दावा किया जा रहा था कि सभी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गयी है. बावजूद इसके दिन भर कई क्षेत्रों में बिजली आती-जाती रही. बोरिंग रोड, इंद्रपुरी, राजीव नगर, अनिसाबाद, डाकबंगला, मीठापुर, बेऊर, पटेल नगर, शास्त्री नगर, एजी कॉलोनी, कंकड़बाग, पोस्टल पार्क के उपभोक्ता देर रात तक परेशान रहे.
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