पांच साल के लिए मान्य होता है टेट प्रमाण पत्र
रांची : वर्ष 2013 में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में उत्तीर्ण हुए 50,666 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की मान्यता सोमवार को समाप्त हो गयी. टेट प्रमाण पत्र पांच वर्षों तक के लिए मान्य होता है. सफल अभ्यर्थियों को 28 मई 2013 की तिथि से प्रमाण पत्र जारी किया गया था.
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा में कुल 66,364 अभ्यर्थी सफल घोषित किये गये थे. कक्षा एक से पांच तक के लिए 22,850 व कक्षा छह से आठ तक के लिए 43,514 अभ्यर्थी सफल हुए थे. टेट उत्तीर्ण 15,698 अभ्यर्थियों की प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति हो चुकी है.
एनएसयूआइ ने दी आंदोलन की चेतावनी
एनएसयूआइ ने टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की मान्यता समाप्त होने पर राज्य सरकार को असंवेदनशील बताते हुए इसकी निंदा की है. साथ ही कहा कि सरकार की कार्यशैली के कारण ही पांच वर्षों में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी. यह सरकार की नियुक्ति नियमावली की विफलता है.
नियमावली छात्र विरोधी, रोजगार विरोधी व विकास विरोधी है. इस संबंध में एनएसयूआइ के रीजनल कोअॉर्डिनेटर अभिनव भगत ने कहा कि प्रमाण पत्रों की मान्यता की अवधि अगली नियुक्ति तक बढ़ायी जाये. नियुक्ति नियमावली में संशोधन कर सभी टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की शिक्षक पद पर नियुक्ति की जाये. प्रमाण पत्रों की वैधता नेट की तरह आजीवन किया जाये. अपग्रेड स्कूलों के 30000 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जाये. प्रत्येेक वर्ष टेट आयोजित की जाये. श्री भगत ने कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र ठोस निर्णय नहीं लिया, तो आंदोलन करेंगे.