मसौढ़ी : बेर्रा बराज निर्माण में लगी कंपनी के संचालक से नक्सली द्वारा 10 फीसदी लेवी की मांग किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. तीन दिनों के भीतर लेवी की राशि नहीं देने पर नक्सली ने कार्रवाई की धमकी दी है.
कंपनी के संचालक ने मसौढ़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज करा खुद व कार्यस्थल की सुरक्षा मुहैया कराने की मांग पुलिस से की है. मिली जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार जल संसाधन विभाग द्वारा प्रखंड की बेर्रा स्थित दरधा नदी पर विरमपुर कंस्ट्रक्शन प्राईवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा बेर्रा बराज का निर्माण बीते दिनों से जारी है.
इधर, कंपनी के संचालक सह पटना के पश्चिमी बोरिंग कैनाल रोड निवासी अरुण कुमार के वाट्सएप पर उनसे बीते 21 मई को एक नक्सली ने तीन बार वीडियो कॉल कर प्राक्कलित राशि की 10 फीसदी लेवी की मांग की.
विधान पार्षद की जमीन पर रिश्तेदार ने किया दावा
मसौढ़ी : मसौढ़ी व पुनपुन प्रखंड की सीमा पर थाना के सिकंदरपुर गांव से दक्षिण स्थित भूमि की चहारदीवारी निर्माण के दौरान गुरुवार को एक पक्ष द्वारा अपना दावा पेश करने से व्याप्त विवाद की सूचना पर एसडीओ व एसडीपीओ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने दोनों पक्षों को अनुमंडल कार्यालय आकर साक्ष्य के साथ अपनी बात कहने को कहा.
एसडीओ ने इस संबंध में पुनपुन के सीओ व थानाध्यक्ष को शुक्रवार को स्थल पर जाकर इसका भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया. मिली जानकारी के मुताबिक थाना के सिकंदरपुर ग्रामवासी विधान पार्षद के पिता के नाम से मसौढ़ी व पुनपुन की सीमा पर सिंकदरपुर गांव से चंद गज दूर दक्षिण में 31 डिसमिल भूमि है.
बताया जाता है कि विधान पार्षद द्वारा उक्त भूमि की घेराबंदी बीते दिनों से की जा रही है. इधर, उनके चाचा ने घेराबंदी के एक सप्ताह बाद उक्त भूमि में अपनी हिस्सेदारी का दावा कर बीते बुधवार को एसडीओ के कार्यालय में एक आवेदन दिया था.
इस बीच गुरुवार को चहारदीवारी के दौरान उनके चाचा के कुछ समर्थक भी वहां पहुंच गये. सूचना मिलते ही एसडीओ संजय कुमार,एसडीपीओ सोनू कुमार राय, मसौढ़ी व पुनपुन के थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे. एसडीओ ने दोनों पक्षों को अपने कार्यालय में बुलाया और उनसे कागजात की मांग की.
इस बाबत एसडीओ ने बताया कि पुनपुन के सीओ व थानाध्यक्ष को शुक्रवार को स्थल का भौतिक सत्यापन कर उनसे रिपोर्ट की मांग की गयी है. एमएलसी ने बताया कि उक्त मामला पारिवारिक है और उनके चाचा से भी कागजात की मांग की गयी है.