यूनीसेफ की सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों के अपने दौरे के अनुभव साझा किये और वैश्विक समुदाय से उनकी मदद के लिए सामने आने का अनुरोध किया.
प्रियंका (35) ने इंस्टाग्राम पर विभिन्न शिविरों से जुड़ी अपनी पोस्ट, तस्वीरों और वीडियो के जरिये अपने दौरे का विवरण दिया. बॉलीवुड अभिनेत्री ने लिखा, जब मैं जामतोली शिविर में महिलाओं की जगह पर गयी, तो मुझे वहां एक तरह की शांति महसूस हुई.
यह शिविर शोर-शराबे वाले और भीड़ भरे हैं, वास्तव में ज्यादा भीड़ वाले हैं और ऐसे में एक शांत सुखद जगह, इस मामले में एक छोटी झोपड़ी के रूप में नजर आयी जो हैरान करने वाली थी.
इस शिविर में रहने वाली लड़कियों के लिए लेकिन यह शांति का घर है. एक ऐसी जगह जहां वह आ सकती हैं और जैसी हैं वैसे रह सकती हैं. दोस्तों से बात करने की यह एक जगह है, परामर्श के लिए एक स्थल है, साफ सफाई से लेकर कला और संगीत की चर्चा भी कर सकती हैं.
प्रियंका ने एक तस्वीर भी साझा की है जिसमें वह एक शरणार्थी लड़की के साथ चाय पीती नजर आ रही हैं. क्वांटिको की अभिनेत्री ने कहा कि इन शिविरों में महिलाओं के लिए खास तौर पर ऐसी करीब 50 जगह हैं जहां दैनिक आधार पर 50-70 रोहिंग्या लड़कियों को शरण मिलती है. उन्होंने कहा कि वह 18 साल की तीन लड़कियों से मिलीं जिनकी कहानी ने उन्हें हिला दिया.
इन दिनों प्रियंका, सलमान खान के साथ फिल्म ‘भारत’ से बॉलीवुड में अपनी शानदार वापसी की तैयारी में जुटी हैं.