नयी दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले को विधिनिर्माताओं के खिलाफ सुनवाई के लिए गठित विशेष अदालत के पास भेज दिया. इस मामले में थरूर के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में आरोपपत्र दायर हुआ है. मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र सिंह ने इस मामले को अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के पास स्थानान्तरित किया गया, जो 28 मई को इस मामले में विचार करेंगे.
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अदालत ने कहा कि चूंकि वह संसद सदस्य हैं. इसलिए मामले को नेताओं के लिए गठित विशेष अदालत के पास भेजा जा रहा है, जिसके प्रभारी अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल हैं. मामले पर 28 मई को सुनवाई होगी. दिल्ली पुलिस ने 14 मई को तिरूवनंतपुरम से लोकसभा सदस्य थरूर पर पत्नी सुनंदा को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. उसने एक अदालत से कहा था कि उन्हें आरेापी के रूप में तलब किया जायेगा.
पुलिस ने कहा कि उसके पास थरूर के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. इस मामले में दंपति के घरेलू सहायक नारायण सिंह को एक महत्वपूर्ण गवाह बताया गया है. सुनंदा 17 जनवरी, 2014 की रात एक होटल के अपने कमरे में मृत मिली थीं. कांग्रेस नेता को भारतीय दंड संहिता की धाराओं 498 ए (क्रूरता) और 306 (खुदकुशी के लिए उकसाना) के तहत आरोपित किया गया है.