वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने गुरुवार को नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ 12 जून को सिंगापुर में होनेवाली शिखर बैठक को रद्द कर दी है. व्हाइट हाउस की तरफ से जारी एक पत्र में यह जानकारी दी गयी है.
बता दें कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ शिखर वार्ता के मुद्दे पर उत्तर कोरिया को चेतावनी देने के लिए अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस को अज्ञानी और बेवकूफ करार दिया था. दरअसल, पेंस ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन को आगाह करते हुए कहा था कि ट्रंप को आजमाना और उनके साथ खिलवाड़ करना भारी भूल होगी. पेंस के इस बयान पर उत्तर कोरिया के विदेश मामलों की उप मंत्री चो सन हुई ने उन्हें अज्ञानी और बेवकूफ बताया था. पेंस ने अपनी चेतावनी में यह भी कहा था कि अगर किम जोंग उन कोई समझौता नहीं करते तो उत्तर कोरिया का हश्र भी लीबिया जैसा हो सकता है जिसके नेता गद्दाफी की अमेरिका समर्थित विद्रोहियों ने हत्या कर दी थी. चो ने इस पर एक बयान जारी किया जिसे सरकारी समाचार समिति ने प्रकाशित किया.
पिछले दिनों ट्रंप ने कहा था कि 12 जून को होनेवाली शिखर वार्ता टलने की प्रबल संभावना है. ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन का स्वागत करने के बाद व्हाइट हाउस के बाहर पत्रकारों से कहा, हम साथ बढ़ रहे हैं. हम देखेंगे कि क्या होता है. अगर यह नहीं होगा तो शायद बाद में होगा. गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने बीते सप्ताह दक्षिण कोरिया के साथ होनेवाली वार्ता रद्द कर दी थी. दरअसल, ऐसा उसने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास से नाराज होकर किया था. उत्तर कोरिया ने कहा था कि अमेरीका परमाणु हथियारों को लेकर अगर एकतरफा दबाव बनाता है तो वह बातचीत रद्द भी कर सकता है.
दरअसल, जब से दोनों नेताओं की बैठक की बात सामने आयी है तभी से अमेरिका लगातार उत्तर कोरिया पर अपने परमाणु कार्यक्रमों को रोकने का दबाव बनाना शुरू किया. उत्तर कोरिया ने भी वादा किया था कि वह जल्द ही परमाणु परीक्षण के कार्यक्रमों को रद्द कर देगा. लेकिन, पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया की ओर से बयान जारी किया गया था कि अगर परमाणु हथियारों को लेकर अमेरिका की तरफ से एकतरफा दबाव बनाया गया, तो बातचीत रद्द भी की जा सकती है.
इस बीच, उत्तर कोरिया ने विदेशी पत्रकारों की उपस्थिति में गुरुवारको अपने परमाणु परीक्षण स्थल को ध्वस्त कर दिया. परमाणु परीक्षण स्थल को ध्वस्त करने के लिए एक के बाद एक कई विस्फोट किये गये. अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपनी प्रस्तावित शिखर वार्ता के मद्देनजर उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने परीक्षण स्थल को बंद करने की घोषणा की थी. विदेशी मीडिया मुख्य रूप से टेलीविजन नेटवर्क को लाने से उत्तर कोरिया दुनिया को यह दिखाते हुए नजर आया कि वह परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने जा रहा है. इस समूह में एसोसिएटेड प्रेस टेलीविजन के सदस्य भी शामिल थे. उत्तर कोरिया ने पुंग्गी से ही सभी छह परमाणु परीक्षणों को अंजाम दिया था. इसमें पिछले साल सितंबर में हुआ सबसे शक्तिशाली परीक्षण भी शामिल था जिसे इसने हाइड्रोजन बम बताया था.