लातेहार : शंकर लोहरा (सेरक, चंदवा) ने दामाद संजय लोहरा के साथ मिल कर अपने पिता चमरू लोहरा की हत्या थी. इस आशय की जानकारी पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद ने अपने कार्यालय वेश्म में आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उन्होने बताया कि गत 30 अप्रैल को अमरू लोहरा की हत्या कर दी गयी थी. इस संबंध में चंदवा थाना में 63/18 अज्ञात लोगों के विरूद्ध उसके पुत्र शंकर लोहरा ने ही एक प्राथमिकी दर्ज करायी थी. अनुसंधान के क्रम में दीप सहाय उरांव, विनोद उरांव, संतोष लोहरा, जीरा लाल, संजय लोहरा (सभी सोंस, चंदवा) को पुलिस हिरासत में पूछताछ के लिए लायी. लेकिन सभी के बयानों में भिन्नता पायी गयी.
एसपी श्री आनंद ने बताया कि घटना के दिन शंकर लोहरा का दामाद संजय लोहरा अपने ससुराल आया था. जिससे सख्ती से पूछताछ करने के बाद उसने अपने ससुर शंकर लोहरा के साथ मिल कर घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार किया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. संजय लोहरा की स्वीकारोक्ति बयान के बाद एक छापामारी दल कर गठन कर 24 मई को शंकर लोहरा को गिरफ्तार किया गया. उसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली. पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खून लगा ईंट बरामद कर लिया है.