कोलकाता : कप्तान दिनेश कार्तिक और आंद्रे रसेल की उपयोगी पारियों तथा कलाईयों के स्पिनरों की अगुवाई में गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन से कोलकाता नाइटराइडर्स ने बुधवार को यहां राजस्थान रायल्स को 25 रन से हराकर आईपीएल-11 के दूसरे क्वालीफायर्स में खेलने का हक हासिल किया.
कार्तिक (38 गेंदों पर 52 रन) और रसेल (25 गेंदों पर नाबाद 49 रन) की पारियों की मदद से केकेआर ने खराब शुरुआत से उबरकर सात विकेट पर 169 रन बनाये. कार्तिक ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के जबकि शुरू में जीवनदान पाने वाले रसेल ने तीन चौके और पांच छक्के लगाये.
इन दोनों के अलावा शुभमान गिल ने 28 रन का योगदान दिया. केकेआर ने अंतिम छह ओवरों में 85 रन बटोरे. राजस्थान को इस मैच में जोस बटलर और बेन स्टोक्स की कमी खली जो इंग्लैंड की टेस्ट टीम से जुड़ने के लिये स्वदेश लौट गये हैं. कप्तान अंजिक्य रहाणे (41 गेंदों पर 46 रन) और संजू सैमसन (38 गेंदों पर 50 रन) ने कुछ समय तक उम्मीद बंधाये रखी लेकिन केकेआर के गेंदबाजों ने उन्हें अपेक्षित तेजी से रन नहीं बनाने दिये.
रायल्स की टीम आखिर में चार विकेट पर 144 रन तक ही पहुंच पायी. इस हार से राजस्थान का वर्तमान आईपीएल में सफर भी समाप्त हो गया जबकि केकेआर दूसरे क्वालीफायर में 25 मई को सनराइजर्स हैदराबाद से भिड़ेगा जो मंगलवार को पहले क्वालीफायर में चेन्नई सुपरकिंग्स से दो विकेट से हार गया था.
रायल्स की तरफ से पीयूष चावला ने चार ओवर में 24 रन देकर दो जबकि दूसरे लेग स्पिनर कुलदीप यादव ने 18 रन देकर एक विकेट लिया. तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने 28 रन देकर एक विकेट हासिल किया. पिच शुरू में गीली थी और उसमें उछाल भी था लेकिन खेल आगे बढ़ने के साथ वह बल्लेबाजी के अनुकूल हो गयी थी.
रहाणे ने रसेल के पहले ओवर में प्वाइंट के ऊपर से छक्का जड़कर आत्मविश्वास भरी शुरुआत की. उन्हें पीयूष चावला की गुगली पर पगबाधा आउट दिया गया था लेकिन डीआरएस में फैसला रहाणे के पक्ष में गया. दूसरे सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी (20) ने चावला को वापस कैच थमाने से पहले सुनील नारायण के पहले ओवर में लगातार दो छक्के लगाये.
रहाणे और त्रिपाठी ने पहले विकेट के लिये 47 रन जोड़े. इसके बाद सैमसन ने अपने कप्तान के साथ दूसरे विकेट के लिये 62 रन की साझेदारी की. इसमें सैमसन का योगदान अधिक था जिन्होंने जैवोन सियर्ल्स और नारायण पर छक्के लगाये. रहाणे हालांकि कुलदीप यादव की गेंद पर वापस कैच थमाने के कारण अर्धशतक पूरा नहीं कर पाये.
सैमसन ने 37 गेंदों पर अपना पचासा पूरा करने के तुरंत बाद लांग आन पर कैच दे बैठे. उस समय रायल्स को 19 गेंदों पर 44 रन की दरकार थी लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी (शून्य) आते ही पवेलियन लौट गये. रसेल ने 19वें ओवर में केवल छह रन दिये जिससे अंतिम ओवर में 34 रन बनाने की मुश्किल चुनौती रह गयी थी. इससे पहले रायल्स के गेंदबाजों ने शुरू में धारदार गेंदबाजी की.
उसकी तरफ से कृष्णप्पा गौतम, जोफ्रा आर्चर और बेन लागलिन ने दो-दो विकेट लिये जबकि ईश सोढ़ी ने चार ओवर में केवल 15 रन देकर किफायती गेंदबाजी की. आफ स्पिनर गौतम और तेज गेंदबाज आर्चर ने पहले चार ओवर में ही केकेआर के तीन बल्लेबाज सुनील नारायण (चार), रोबिन उथप्पा (तीन) और नितीश राणा (तीन) को पवेलियन भेज दिया था.
ऐसे नाजुक मोड़ पर कार्तिक ने सकारात्मक शुरुआत की जिससे पावरप्ले तक टीम 46 रन तक पहुंचने में सफल रही, हालांकि यह केकेआर का इस सत्र में पहले छह ओवरों का न्यूनतम स्कोर है. क्रिस लिन (22 गेंदों पर 18 रन) ने आठ ओवर तक एक छोर संभाले रखा लेकिन श्रेयस गोपाल की गुगली उनके समझ से परे थी जिस पर उन्होंने गेंदबाज को कैच का अभ्यास कराया.
रहाणे ने दोनों छोर से कलाई के स्पिनरों गोपाल (चार ओवर में 34 रन, एक विकेट) और सोढ़ी को लगाया जिन्होंने रन गति पर अंकुश लगाये रखा. ऐसे जब 14 ओवर के बाद स्कोर चार विकेट पर 84 रन था तब गिल और कार्तिक ने गोपाल के अगले ओवर में 20 रन जुटाकर रन गति तेज की.
आर्चर ने हालांकि अगले ओवर में गिल को विकेट के पीछे कैच करा दिया। कार्तिक ने जयदेव उनादकट पर छक्का जड़कर 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन अगले ओवर में उन्होंने हवा में कैच लहरा दिया.
आर्चर पर छक्के से खाता खोलने वाले रसेल को सोढ़ी ने परेशान किया लेकिन मध्यम गति के गेंदबाजों के सामने वह खुलकर खेले. जयदेव उनादकट, लागलिन और आर्चर के खिलाफ उन्होंने अपनी पावर हिटिंग को शानदार नमूना पेश किया.
टीमें इस प्रकार
कोलकाता नाइट राइडर्स : क्रिस लिन, सुनील नारायण, रॉबिन उथप्पा, दिनेश कार्तिक (विकेट कीपर/कप्तान), नीतीश राणा, आंद्रे रसेल, शुभमान गिल, जावेवन सरल्स, पीयूष चावला, प्रसिद्ध कृष्ण और कुलदीप यादव.
राजस्थान रॉयल्स : राहुल त्रिपाठी, अजिंक्य रहाणे (कप्तान), संजू सैमसन, हेनरिक क्लासन (विकेट कीपर), कृष्णप्पा गोथम, स्टुअर्ट बिन्नी, जोफ्रा आर्चर, ईश सोढ़ी, जयदेव उनादकट, श्रेयस गोपाल और बेन लॉफलिन.