2021 की जनगणना के बाद अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण का प्रतिशत बढ़ेगा
बगहा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को मौजूदा समय में मिल रहा आरक्षण बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि 2021 की जनगणना के बाद उन्हें यह आरक्षण आबादी के अनुसार मिलेगा. मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां बिनवलिया में भारतीय थारू कल्याण महासंघ की ओर से आयोजित 40वें महाधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे.
दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम चंपारण पहुंचे सीएम ने कहा कि मेरी यात्रा पश्चिम चंपारण से ही शुरू होती है. वाल्मीकिनगर प्रदेश का सबसे अच्छा इलाका है.
थारू जनजाति के लिए पूर्व में किये गये अपने प्रयासों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में जब वाजपेयी की सरकार थी, तब वह रेल मंत्री थे. उस वक्त उन्होंने तत्कालीन आदिवासी मंत्री से मिल कर थारू समाज को जनजाति का दर्जा दिलाने की कोशिश की. बिहार के मुख्यमंत्री बनने के बाद जनवरी, 2009 में विकास यात्रा के पूर्व उसी दिन 19 जनवरी को सुबह में कैबिनेट की बैठक बुला कर थारू समाज के लिए थरुहट समेकित विकास अभिकरण लागू किया.
इसके माध्यम से 2010-11 से 17-18 तक 97 करोड़ रुपये खर्च किये गये. इस दौरान कुल 260 योजनाएं चयनित हुईं, जिनमें से 239 पूरी कर ली गयी हैं. मुख्यमंत्री ने इस दौरान शराबबंदी, दहेज उन्मूलन, नशामुक्ति, लोहिया स्वच्छता मिशन आदि के बारे में खुल कर चर्चा की. कहा कि वह हमेशा से थारू समाज के विकास के कार्य करते रहे हैं. इसके बाद भी कोई समस्या हो, उसका समाधान निकाला जायेगा. मैं तो हमेशा से लोगों की आवाज सुनता रहता हूं. मुख्यमंत्री ने शराबबंदी और दहेज उन्मूलन पर एकजुट होने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि नारी सशक्तीकरण के लिए शराबबंदी की गयी है. अगर कोई शराब पीता है, तो आपलोग भी उसे समझाएं कि शराब बुरी चीज है.
हमें शराबबंदी से नशाबंदी तक पहुंचना है. इसके साथ-साथ दहेज प्रथा को भी समाप्त करना हमारा मकसद है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि हर टोले तक सड़क, पुल और बिजली पहुंचायी गयी है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत सूबे के ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त बनाने का लक्ष्य है. बापू की 150वीं जयंती तक बिहार को स्वच्छ बना दिया जायेगा.
आपके जिले से हैं गन्ना मंत्री, निबटेंगी सारी समस्याएं
कार्यक्रम के दौरान कई बार जनसमूह की तरफ से गन्ना भुगतान और पेराई को लेकर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराया गया. सांसद सतीश चंद्र दुबे व विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह ने भी गन्ने के मामले को लेकर मंच से जानकारी दी. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सारी समस्याएं उनके ध्यान में हैं. चीनी का रेट कम होने से मिल मालिक भी परेशान हैं. जल्द ही इसका समाधान निकालेंगे. उन्होंने कहा कि इसको लेकर ही उन्होंने जिले से गन्ना मंत्री दिया है, ताकि सारी समस्याएं दूर हो सकें.
इस मौके पर गन्ना मंत्री खुर्शीद आलम, सांसद सतीश चंद्र दुबे, विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह व विनय बिहारी, जिला पर्षद अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल, पूर्व सांसद कैलाश बैठा, पूर्व विधायक प्रभात रंजन सिंह, थारू महासभा के अध्यक्ष दीपनारायण प्रसाद मौजूद थे.
बिहार में अभी इनका कोटा
16% एससी 01% एसटी
2018-19 में समेकित थरूहट विकास अभिकरण पर खर्च होंगे 27.61 करोड़
– सीएम ने पांच घंटे जंगल में बिताये
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को करीब पांच घंटे का समय वाल्मिकीनगर में जंगल में बिताया. मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ दोपहर करीब 2:35 बजे सीएम ने जंगल में प्रवेश किया. इसमें बाद जंगलों के बीच सैर करते हुए वह लाल भिटिया पहुंचे. यहां उन्होंने कुछ पल बीताये.
फोटो भी शूट कराया. इसके बाद जंगल सफारी का आनंद लेते हुए शाम के करीब 7.30 बजे वह मंगुराहा स्थित वन विभाग के फॉरेस्ट हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने रात्रि विश्राम किया. इसके पहले बिनविलया से हेलीकॉप्टर से सीधे वाल्मीकिनगर पहुंचे, यहां करीब आधे घंटे विश्राम के बाद मुख्यमंत्री सीधे कौलेश्वर स्थान पहुंचे. यहां हाथी कैंप का उद्घाटन किया.