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बिहार : सूबे में नर्सिंग व्यवस्था होगी दुरुस्त, पारा मेडिकल संस्थानों को किया जायेगा अपडेट
पटना :सूबे के स्वास्थ्य महकमे ने राज्य में नर्सिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य के पारा मेडिकल संस्थानों को अपडेट किया जायेगा. व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा पारदर्शी बनाने के लिए नर्सिंग संस्थानों की सारी व्यवस्था ठीक की जायेगी. पारा मेडिकल संस्थानों में एडमिशन से लेकर सेशन तक को […]
पटना :सूबे के स्वास्थ्य महकमे ने राज्य में नर्सिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य के पारा मेडिकल संस्थानों को अपडेट किया जायेगा.
व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा पारदर्शी बनाने के लिए नर्सिंग संस्थानों की सारी व्यवस्था ठीक की जायेगी. पारा मेडिकल संस्थानों में एडमिशन से लेकर सेशन तक को आॅनलाइन होगा. इसके साथ ही खाली पदों को भी भरा जायेगा. नर्सिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अलग से निदेशालय भी बनेगा.
राज्य में पारा मेडिकल स्टाफों की भारी कमी है. इसके चलते मरीजों को काफी परेशानी होती है. मौजूदा समय में चिकित्सा जगत में नर्सिंग की महत्ता काफी बढ़ गयी है.
राज्य में ग्रेड ए नर्स में नियमित के 4704 पद स्वीकृत हैं, उसकी जगह महज 2096 ही कार्यरत हैं. इसी प्रकार संविदा पर 2550 पद स्वीकृत हैं, उसकी जगह महज 166 कार्यरत हैं. इसी प्रकार राज्य में एएनएम का 12659 पद स्वीकृत हैं. इसकी जगह 5758 लोग ही कार्यरत हैं. राज्य में मरीजों के लिए जो पारा मेडिकल स्टाफ का मानक तय हैं, उसकी तुलना में संख्या काफी कम है.
नर्सिंग काॅलेज की स्थापना
राज्य सरकार के सात निश्चय में नर्सिग काॅलेज की स्थापना करना शामिल है. इसके तहत सभी मेडिकल काॅलेज में नर्सिंग काॅलेज, सभी जिले में कम से कम एक जीएनएम ट्रेनिंग संस्थान एवं एक पारा मेडिकल संस्थान की स्थापना तथा हरेक अनुमंडल में एक ट्रेनिंग संस्थान की स्थापना शामिल है. सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर काम भी शुरू हो गया है. इस पर 3401 करोड़ खर्च होंगे.
अभी राज्य में छह सरकारी जीएनएम स्कूल
अभी राज्य में छह सरकारी जीएनएम स्कूल हैं. इसमें 376 सीटें हैं. इसके अलावा 22 सरकारी एएनएम संस्थान में 1530 सीटें हैं. सूबे में निजी क्षेत्र में 67 पारा मेडिकल संस्थान हैं. इनमें किसी संस्थान में 20 तो किसी में 30 और चालीस सीटें स्वीकृत हैं.
सारी व्यवस्था अाॅनलाइन
नर्सिंग व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग में अलग से एक निदेशालय के गठन पर वैचारिक सहमति बन गयी है. पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने संकेत दिया था कि जल्द ही निदेशालय का गठन होगा. विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एक माह के भीतर नर्सिंग की सारी व्यवस्था आॅनलाइन हो जायेगी.
मंत्री ने कहा राज्य में नर्सिंग सहित पूरी पारा मेडिकल व्यवस्था को दुरुस्त की जा रही है. सभी लोगों को कैसे बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए सरकार कृतसंकल्पित है.
मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री
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