मधेपुरा : आम-अवाम की सुरक्षा को लेकर पुलिस अधिकारी को दी जानेवाली सरकारी पिस्टल अब सोशल मीडिया पर लाइक्स और कमेंट बटोरने के काम आ रही है. यह महज एक अफवाह नहीं, बल्कि मधेपुरा पुलिस की सच्चाई है. इन दिनों शहर के सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सदर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर राजेश रंजन की सरकारी पिस्टल ट्रेंड करने लगी है. खास बात यह है कि पिस्टल के साथ पुलिस अधिकारी की तस्वीर तो कमोबेश नजर आती है, लेकिन इस बार पुलिसवाले के सरकारी पिस्टल को थाने में मौजूद जदयू के विश्वविद्यालय छात्र अध्यक्ष हाथ में लेकर आक्रामक पोज देते नजर आ रहे हैं. सदर थाने में खींची गयी पहली तस्वीर में जदयू के छात्र नेता पिस्टल उठा कर फोटो खिंचा रहे हैं, तो दूसरी तस्वीर में दारोगा जी के पिस्टल को अपने पास रखे हुए हैं.
दारोगा के सामने सुरक्षा से हुआ खिलवाड़
पुलिस अधिकारियों का सरकारी आर्म्स उनके परिजनों के हाथ में भी नहीं दिया जाता है. हथियार को सुरक्षित अपने पास रखने की जिम्मेदारी पुलिस अधिकारी की होती है. लेकिन, सदर थाना में खुलेआम दारोगा जी के पिस्टल को एक राजनीतिक दल का कार्यकर्ता हाथ में लहराता रहा और दारोगा जी अपने काम में मग्न रहे. आश्चर्य की बात है कि रात के समय सदर थाना में कैमरा का फ्लैश चमकने के बाद भी दारोगा जी की तंद्रा भंग नहीं हुई. संयोगवश कोई घटना नहीं घटी. जबकि, दारोगा के नासमझी का फायदा उठा उक्त व्यक्ति द्वारा कानून की धज्जियां उड़ायी जा सकती थी.
पहले हथियार की हिफाजत सीखें
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर पर विभिन्न प्रकार के कमेंट आने शुरू हो गये हैं. कमेंट में लोग लिखते हैं कि पुलिस अधिकारी स्वयं जब अपने आर्म्स की हिफाजत नहीं कर सकते हैं, तो फिर पब्लिक की सुरक्षा कैसे होगी. कई लोगों ने लिखा है कि फोटोशूट के दौरान गोली चलने पर हादसा हो सकता था. कई लोगों ने इसे जदयू नेता की दबंगई भी बताया है. घटना के बाद से दारोगा के लापरवाही के किस्से तस्वीर के जरिये मोबाइल में हर जगह पहुंच रही है.
क्या कहते हैं एसपी
एसपी संजय कुमार ने बताया कि तस्वीर संज्ञान में आयी है. जांच की जिम्मेदारी सदर एसडीपीओ वसी अहमद को दी गयी है. रिपोर्ट आते ही कार्रवाई होगी. किसी भी स्थिति में गलत चीजों का प्रश्रय नहीं दिया जायेगा.