जमशेदपुर : डेंगू से बचने के लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. जागरूकता ही डेंगू से बचने का कारगर उपाय है. उक्त बातें बुधवार को साकची बंगाल क्लब में विश्व डेंगू दिवस पर स्वास्थ्य विभाग व जुस्को द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला में उपायुक्त अमित कुमार ने कही. उन्होंने कहा कि आंकड़ाें के अनुसार पिछले साल राज्य में 710 डेंगू के मरीज मिले थे, जिसमें 340 डेंगू के मरीज सिर्फ जमशेदपुर में मिले थे.
इसमें चार लोगों की मौत भी हुई है. उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर टीम बनाकर जागरूक करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से लगभग दो लाख 50 हजार मच्छरदानी का वितरण किया गया है. इसके पहले इस कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त अमित कुमार, राज्य सर्विलेंस पदाधिकारी डॉ राकेश दयाल, सिविल सर्जन डॉ महेश्वर प्रसाद, जुस्को एमडी आशीष माथुर, डॉ साहिर पाल, डॉ बीएन उषा, डॉ प्रवीण, जिला परिषद उपाधीक्षक राजकुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया.
हर शनिवार मच्छरों पर होगा वार, डेंगू से निपटने की बनी रणनीति. विश्व डेंगू दिवस पर जेएनएसी में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए निकाय की तरफ से अपेक्षित प्रयासों को लेकर जनप्रतिनिधियों और स्वच्छता निरीक्षकों के साथ बैठक की. बैठक में तय हुआ कि सामान्य प्रचार प्रसार के साथ-साथ मच्छरों के प्रजनन के लिए जिम्मेदारों को नोटिस जारी किया जायेगा. दूसरे चरण में जुर्माना किया जायेगा. दूसरी तरफ जेनएएसी में भी बैठक हुई.
पिछले साल जिले में चार लोगों की हुई थी मौत : डॉ साहिर पाल
जिला सर्विलेंस पदाधिकारी सह मलेरिया पदाधिकारी डॉ साहिर पाल ने बताया कि पिछले साल डेंगू के मरीजों की काफी संख्या थी. सभी अस्पतालों में बेड तक नहीं था. उन्होंने बताया कि पिछले साल जिले में कुल 357 डेंगू के मिले थे. इस दौरान मुख्य रूप से डॉ प्रवीण, डॉ बीएन उषा, परिषद किशोर यादव, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय पांडे, जुगसलाई नगरपालिका के विशेष पदाधिकारी सुरेंद्र प्रसाद, रेडक्रॉस सचिव विजय सिंह सहित अन्य कई डॉक्टर, कर्मचारी व पदाधिकारी मौजूद थे.
गैर कंपनी इलाकों में भी जुस्को करेगी सफाई : एमडी
जुस्को के एमडी अशीष माथुर ने कहा कि जिले में डेंगू के मरीजों को देखते हुए जुस्को द्वारा कंपनी इलाकों के साथ गैर कंपनी इलाके जैसे बागबेड़ा, कीताडीह, परसुडीह सहित अन्य जगहों पर सफाई के साथ जागरूकता कार्यक्रम चलाया जायेगा. उन्होंने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या नहीं बढ़े, इसे लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी गयी है.