अरवल / औरंगाबाद : शादीशुदा और बाल-बच्चेदार महिला से फेसबुक पर दोस्ती करना औरंगाबाद के दो युवकों को भारी पड़ गया. महिला को खरीदारी कराने के बाद उसे वापस छोड़ने जा रहे दो युवकों की सड़क हादसे में मौत हो गयी. बताया जाता है कि दोनों युवक अपने घर से झूठ बोल कर महिला को खरीदारी कराने निकल पड़े थे. मृत युवकों की पहचान कर ली गयी है. युवकों की मौत की सूचना मिलने पर घरवाले भी स्तब्ध हैं. वहीं, महिला भी कभी किसी शहर, तो कभी कोई और शहर की निवासी बता कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करती रही. बहरहाल, घायल महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भरती करा दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, एनएच-139 पर पिपरा बंगला के निकट खड़े ट्रक में बाइक सवार ने जोरदार टक्कर मार दी. इससे दो युवकों मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं, मोटरसाइकिल सवार महिला बुरी तरह घायल हो गयी. महिला का इलाज सदर अस्पताल अरवल में कराया गया. मृतकों की पहचान औरंगाबाद जिले के शाहपुर निवासी 22 वर्षीय राकेश कुमार गुप्ता और औरंगाबाद मोड़ 23 वर्षीय सुधीर कुमार उर्फ बबलू कुमार के रूप में की गयी. पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों को पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया. घायल महिला की पहचान औरंगाबाद जिले के निजामुद्दीनपुर निवासी अनिल कुमार की पत्नी प्रतिमा कुमारी के रूप में हुई है. घटना शुक्रवार की बतायी जा रही है.
बताया जाता है कि घायल महिला की दोस्ती सड़क हादसे में मारे गये दोनों युवकों में से किसी एक साथ चार वर्ष पहले फेसबुक के जरिये हुई थी. महिला शादीशुदा और बाल-बच्चेदार है. पता चला है कि फेसबुक वाले दोस्त के साथ एक और युवक था. दोनों एक बाइक से महिला से मिलने पहुंचे थे. वहां उस महिला ने अपने दोस्तों के साथ मिल कर बाजार में खरीदारी भी की थी. खरीदारी के बाद तीनों एक ही बाइक से वापस लौट रहे थे. रास्ते में सदर थाने के पिपरा बंगला के पास खड़े ट्रक में बाइक चला रहे युवक ने धक्का मार दिया. मृतक राकेश कुमार गुप्ता के परिजन ने सदर अस्पताल में बताया कि राकेश घर से यह कह कर निकला था कि वह अपने एक दोस्त की बरात में जा रहा है, लेकिन सुबह जब मोबाइल की घंटी बजी, तो मनहूस खबर मिली. वहीं, सुधीर कुमार के परिजनों ने बताया कि सुधीर मेला देखने की बात कह कर घर से निकला था.
इधर, घायल महिला से अरवल थाने की पुलिस ने जब भी कुछ पूछा, तो उसने गुमराह करने की कोशिश की. वह कभी अपना घर पटना, तो कभी औरंगाबाद, तो कभी आरा बता रही थी. वह पुलिस से गुजारिश भी कर रही थी कि घटनास्थल कहीं और दर्ज किया जाये. मृतक युवक के परिजन भी घायल महिला को अपनी पहचान का नहीं होने की बात बता रहे थे. इस संबंध में थानाध्यक्ष रंजीत वत्स ने का कि महिला को पूछताछ के लिए थाने लागया गया. उसके बाद उसका भाई थाने आया. कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद महिला को बेहतर इलाज के लिए बाहर लेकर चला गया.