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2030 तक 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन देश बनाने का लक्ष्य

साइंस सिटी में शुरू हुआ इलेक्ट्रिक वेहिकल्स एक्सो 2018 इलेक्ट्रिक वाहन के लिए मूलभूत सुविधा विकसित करने की जरूरत कोलकाता. केंद्र सरकार ने 2030 तक देश को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनवाला देश बनाने का लक्ष्य रखा है. केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शुक्रवार को साइंस सिटी में देश के बृहत्तम […]

साइंस सिटी में शुरू हुआ इलेक्ट्रिक वेहिकल्स एक्सो 2018
इलेक्ट्रिक वाहन के लिए मूलभूत सुविधा विकसित करने की जरूरत
कोलकाता. केंद्र सरकार ने 2030 तक देश को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहनवाला देश बनाने का लक्ष्य रखा है. केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शुक्रवार को साइंस सिटी में देश के बृहत्तम इको-फ्रेंडली इलेक्ट्रिक वाहन तकनीकी एक्सपो छठां इवीएक्सपो इस्ट, 2018 शुरू हुआ. यह एक्सपो 13 मई तक चलेगा.
इवी एक्सो इस्ट 2018 के आयोजक राजीव अरोड़ा ने एक्सपो के उद्घाटन के अवसर पर बताया कि एक्सपो में कुल 30 कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. इनमें 25 भारत व पांच चीन की कंपनियां हैं. पूर्व के एक्सपो की तुलना में भारतीय कंपनियों की संख्या बढ़ी है. एक्सपो में आधुनिक तकनीक के प्रदूषण मुक्त ई-वाहन जैसे ई-रिक्सा, ई-कार्ट्स, ई-बाइक्स, ई-स्कूटर्स, ई-बाइसाइकिल के साथ-साथ ई-लोडर्स प्रदर्शित किय गये हैं. उन्होंने कहा कि इस एक्सपो के माध्यम के आधुनिक इलेक्ट्रिक वाहन प्रस्तुत किये गये हैं, जो आधुनिक तकनीक के हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. उसके लिए ई-वाहन आज की जरूरत हो गयी है. इसके प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर कुल छह एक्सपो आयोजित किये गये हैं. इनमें से तीन एक्सपो कोलकाता में आयोजित किये गये हैं. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि फिलहाल ई-वाहन का प्रतिशत बहुत ही कम है.
सरकार को ई-वाहनों के लिए मूलभूत सुविधाओं के विकास पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि ई-वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों की सख्त जरूरत है. दिल्ली में निजी कंपनियों के चार्जिंग स्टेशन हैं, लेकिन अभी तक कोलकाता में निजी कंपनियों के चार्जिंग स्टेशन नहीं हैं. सरकार को अधिक से अधिक मूलभूत सुविधाएं विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए तथा निजी कंपनियां अधिक से अधिक निवेश करें. इस बाबत कानून में बदलाव की भी जरूरत है.

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