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बंगाल पंचायत चुनाव : जमीन रक्षा कमिटी के जुलूस पर हुआ हमला, गोली लगने से एक की मौत, तनाव
कोलकाता : 14 मई को राज्य में पंचायत चुनाव के लिए होनेवाले मतदान से ठीक पहले दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ इलाके में हिंसा भड़क उठी. शुक्रवार को इलाके के एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में निकले जमीन-जीविका रक्षा कमेटी के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों द्वारा बमों और गोलियों से हमला किया […]
कोलकाता : 14 मई को राज्य में पंचायत चुनाव के लिए होनेवाले मतदान से ठीक पहले दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ इलाके में हिंसा भड़क उठी. शुक्रवार को इलाके के एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में निकले जमीन-जीविका रक्षा कमेटी के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों द्वारा बमों और गोलियों से हमला किया गया. इसमें एक समर्थक हाफिजुल मोल्ला की मौत हो गयी. आरोप है कि हमलावर तृणमूल कांग्रेस के नेता अराबुल इस्लाम के गुट के थे.
इस घटना से नाराज लोगों ने जमकर तोड़फोड़ करते हुए कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं. कमिटी के सदस्यों का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता अराबुल इस्लाम के नेतृत्व में यह हमला हुआ है. इसके खिलाफ वे शनिवार को महानगर के मौलाली से धर्मतल्ला तक जुलूस निकालेंगे.
इधर, घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य चुनाव आयोग ने रिपोर्ट तलब किया है. वहीं, नाराज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में अराबुल समेत सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है. सीएम ने कहा : मैंने पुलिस से तुरंत अराबुल को गिरफ्तार करने को कहा है.
उन्होंने गलत किया है. वहीं, इलाके में अब भी तनाव बना हुआ है. पुलिस स्थिति को नियंत्रण करने में लगी हुई है. वहीं, अराबुल के घर पहुंची पुलिस ने वहां तलाशी अभियान चलाया. रात करीब 10.30 बजे अराबुल इस्लाम को पास के एक मैदान से उनके एक घनिष्ठ के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. उनसे पूछताछ जारी है. पुलिस इस मामले में उनके भाई को भी तलाश रही है.
गौरतलब है कि कलकत्ता हाइकोर्ट में तय समय पर चुनाव कराने की बात कहते हुए राज्य चुनाव आयोग को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश न्यायालय ने दिया था. लेकिन इसी बीच, भांगड़ में हिंसा की घटना से सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गये हैं.
ऐसे हुई घटना की शुरुआत : घटना की शुरुआत शुक्रवार को काशीपुर थाना इलाके के भांगड़ दो नंबर पंचायत समिति इलाके से हुई. पहले से तय कार्यक्रम के तहत जमीन-जीविका रक्षा कमेटी की ओर से पंचायत चुनाव के मद्देनजर निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में जुलूस निकाला गया था. जुलूस जब नूतनहाट इलाके में पहुंचा, तो अचानक उस पर बमबाजी होने लगी. इस बीच गोलियां भी चलने लगीं.
इस गोलीबारी में जुलूस में शामिल समर्थक हाफिजुल मोल्ला घायल हो गया. उसे राजारहाट के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जाता है कि जुलूस में शामिल कई लोग बम और गोली से जख्मी हुए हैं. शुरू में इस हमले से जुलूस में शामिल लोग वहां से भागे, लेकिन बाद में वे एकजुट होकर हमलावरों का मुकाबला करने लगे, तो तृणमूल कांग्रेस के समर्थक पीछे हट गये. इस बीच, नाराज लोगों ने हाड़ोवा रोड को जाम कर दिया. इलाके में तनाव फैल गया. लोग बड़ी संख्या में वहां जुटने लगे.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को लेकर मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत करने की कोशिश करने लगे. नाराज लोगों का कहना था कि जुलूस की जानकारी पहले से देने के बावजूद पुलिस की ओर से वहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किये गये थे. पुलिस की लापरवाही और तृणमूल कांग्रेस के अत्यावार के कारण यह घटना हुई है. राज्य चुनाव आयोग ने तुरंत इस मामले में रिपोर्ट तलब किया है. खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में अराबुल इस्लाम समेत सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया. इस घटना को लेकर शनिवार को मौलाली से धर्मतल्ला तक जमीन-जीविका रक्षा कमेटी की ओर से जुलूस निकाला जायेगा.
पंचायत चुनाव : चार राज्यों से आयेंगे दो हजार सशस्त्र जवान
कोलकाता. पंचायत चुनाव में सुरक्षा-व्यवस्था के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने विभिन्न राज्यों से सशस्त्र जवान मांगे थे. पश्चिम बंगाल सरकार के आवेदन को स्वीकारते हुए चार राज्यों ने यहां सशस्त्र बल भेजने का फैसला किया है, इनमें आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओड़िशा व सिक्किम राज्य शामिल हैं. इन चारों राज्यों से कुल दो हजार सशस्त्र पुलिस जवान यहां आयेंगे.
चार कंपनियां सिक्किम से, दो तेलंगाना से, दो ओड़िशा से और बाकी 100 फोर्स आंध्र प्रदेश से आयेगी. राज्य सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को इन चारों राज्यों से जवान यहां पहुंच जायेंगे. इसके बाद राज्य सरकार द्वारा इन्हें विभिन्न जिलों में तैनात किया जायेगा. गौरतलब है कि 14 मई को राज्य में एक चरण का पंचायत चुनाव होगा.
चुनाव मेें सुरक्षा-व्यवस्था के लिए राज्य व कोलकाता पुलिस के जवानों के साथ-साथ वन, आबकारी विभाग के सुरक्षा बल को तैनात किया जायेगा. राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव में सुरक्षा के लिए 61 हजार सशस्त्र व 80 हजार लाठीधारी पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात करने का फैसला किया है, जिनमें कोलकाता पुलिस, राज्य पुलिस के अलावा, वन सुरक्षा विभाग कर्मी, होमगार्ड और अन्य विभाग को सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे.
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