मधुबनी : पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुरधाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने में अब दो दिन शेष रह गये हैं. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जानकी मंदिर के आसपास का रंग-रोगन, लोगों के ठहरने और सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी अंतिम चरणों में पहुंच चुकी है. सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने में भारतीय सुरक्षा अधिकारी के साथ नेपाली सुरक्षा अधिकारी मुस्तैदी से डटे हैं. पीएम की सुरक्षा में नेपाली सेना की संख्या में बढ़ोतरी की गयी है. पीएम के पहले सुरक्षा घेरे में भारत से आये पीएम के अपने कमांडो की टोली और पीएसओ रहेंगे. पीएम के पीएसओ के साथ नेपाली सेना समन्वय बनाये रखेगी. कमांडो के ठीक पीछे नेपाली सेना और नेपाल प्रहरी की ‘कोर प्रोटेक्शन यूनिट’ होगी. इसमें अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा में दक्ष सैनिक और प्रहरी अधिकारीगण प्रतिनियुक्त रहेंगे. उसके बाद नेपाल प्रहरी और सशस्त्र प्रहरी का सुरक्षा घेरा रहेगा. सर्वसाधारण रहनेवाली बाहरी घेरा की सुरक्षा सेना, सशस्त्र प्रहरी, नेपाल प्रहरी और राष्ट्रीय अनुसंधान के सुरक्षाकर्मी संयुक्त रूप से कमान संभालेंगे.
धनुषा एसपी चक्रबहादुर सिंह के अनुसार पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए जनकपुर में तकरीबन 5,000 सुरक्षाकर्मी सुरक्षा की कमान संभालेंगे. इसमें नेपाल प्रहरी से मात्र 2,000 दो सौ कर्मी तैनात रहेंगे. फिर सशस्त्र प्रहरी बल से 1,200 और नेपाली सेना से एक हजार सैनिकों को सुरक्षा व्यवस्था संभालने में लगाया जायेगा. वहीं, राष्ट्रीय अनुसंधान विभाग से भी करीब 50 तेजतर्रार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किये जाने की बात कही है. प्रहरी को रिजर्व में रखा गया है.
बता दें कि मोदी के लिए काठमांडू और मुक्तिनाथधाम में भी जनकपुर के समान ही सुरक्षा घेरा बनाया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, जनकपुर धाम स्थित मां जानकी मंदिर में भारतीय प्रधानमंत्री के द्वारा आधा घंटे का विशेष पूजा अर्चना का कार्यक्रम तय है. बताते चलें कि नेपाल भ्रमण की औपचारिक शुरुआत जनकपुर से हो रहा है. जानकी मंदिर में 30 मिनट के विशेष पूजा कार्यक्रम कड़ी सुरक्षा में सम्पन्न होगी. पूजा अर्चना के बाद प्रदेश के अधिकारियों और मंदिर के पुजारी के साथ विशेष वार्ता का कार्यक्रम भी तय है. जानकी मंदिर में दर्शन और पूजा के बाद पीएम मोदी का जनकपुर के रंगभूमि मैदान में भव्य नागरिक अभिनंदन का कार्यक्रम होगा.