भागलपुर : बिहार में भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा (कैंप जेल) में सोमवार सुबह नाश्ते के बाद ही अपहरण और हत्या मामले में जेल में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी और उसी जेल में बंद एक अन्य बंदी के बीच विवाद शुरू हो गया. देखते ही देखते आजीवन कारावास काट रहा कैदी चंदन कुमार परिसर में मौजूद एक पीपल के पेड़ पर चढ़ गया. और जिस बंदी से विवाद हुआ था उसे जेल से स्थानांतरित करने की मांग करने लगा. जेल परिसर में करीब दो घंटे तक चले हाइ वोल्टेज ड्रामे के बाद जेल प्रशासन द्वारा समझा बुझाकर कैदी को पेड़ से उतारा गया. जेल परिसर में कैदी द्वारा किये जा रहे इस हाई वोल्टेज ड्रामे को देखने के लिए आनंदगढ़ कॉलोनी के घर की छतों पर भीड़ लग गयी.
घटना सोमवार सुबह 8.45 बजे एक अन्य कैदी से हुए विवाद के बाद वह परिसर में मौजूद सबसे ऊंचे पीपल के पेड़ के उपरी टहनी पर चढ़ गया. पहले उसने जेल अधीक्षक और जेलर को बुलाने की मांग की. दोनों अधिकारियों के पहुंचने पर उसने जिस कैदी से विवाद हुआ था उसे जेल से ट्रांसफर करने की मांग की. जब जेल प्रबंधन के अधिकारियों ने यह काम उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है. इस बात निर्णय केवल जिलाधिकारी ही ले सकते हैं. तो पेड़ पर चढ़े कैदी ने जिलाधिकारी को बुलाने की मांग कर दी. इस बात की सूचना जब डीएम को दी गयी तो उन्होंने उक्त घटना की जांच के लिए एडीएम दीपू कुमार को प्रतिनियुक्त किया.
हालांकि, एडीएम के पहुंचने से पहले ही जेल प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उसे समझा बुझाकर सुबह ही 10.30 बजे उतार लिया गया था. जेल अधीक्षक रविंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि जेल परिसर में दो कैदियों के बीच हुए विवाद के बाद एक कैदी पेड़ पर चढ़ गया था. काफी समझाने के बाद उसे पेड़ से उतारा गया. एडीएम के पहुंचने से पहले ही उसे उतार लिया गया था. उक्त कैदी पेड़ पर करीब दो घंटे तक रहा था.
इससे पहले दो बार पेड़ पर चढ़ चुके हैं कैदी
रविवार को पेड़ पर चढ़ने वाला कैदी चंदन कुमार इससे पहले भी दो बाद उक्त पीपल के पेड़ पर चढ़ चुका है. कुछ लोगों का मानना है कि कम उम्र में ही मुंगेर जिला के एक अपहरण और हत्या के मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा होने से वह मानसिक अस्वस्थ था. मुंगेर जेल से उसे 11 नवंबर 2012 को भागलपुर जेल स्थानांतरित किया गया था. भागलपुर जेल में उसे तृतीय खंड में रखा गया है. भागलपुर लाए जाने के बाद विगत 6 फरवरी 2015 को भी चंदन कुमार ने पीपल के पेड़ पर चढ़कर जेल से भागने का प्रयास किया था. उसके बाद 19 जून 2016 को शाहकुंड के रहने वाले हत्यारोप के सजायाफता कैदी सिंटू मंडल पेड़ पर चढ़ चुका है.