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अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल पर गये अधिवक्ता
गढ़वा : गढ़वा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता आशीष दुबे के साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट के विरोध में गढ़वा बार एसोसिएशन ने शुक्रवार को कलमबंद हड़ताल किया. इसके कारण गढ़वा व्यवहार न्यायालय में कार्य ठप रहा. विदित हो कि गढ़वा बार एसोसिएशन द्वारा गढ़वा एसपी पर प्राथमिकी दर्ज करने व उनको गढ़वा से हटाने […]
गढ़वा : गढ़वा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता आशीष दुबे के साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट के विरोध में गढ़वा बार एसोसिएशन ने शुक्रवार को कलमबंद हड़ताल किया. इसके कारण गढ़वा व्यवहार न्यायालय में कार्य ठप रहा. विदित हो कि गढ़वा बार एसोसिएशन द्वारा गढ़वा एसपी पर प्राथमिकी दर्ज करने व उनको गढ़वा से हटाने सहित चार सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार से एक सप्ताह के लिए काला बिल्ला लगाकर कार्य करने का फैसला लिया गया है.
लेकिन इस बीच झारखंड स्टेट बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं द्वारा चार मई के घोषित कलमबंद हड़ताल को देखते हुए यहां के अधिवक्ताओं ने भी एक आपात बैठक कर आज कलमबद्ध हड़ताल रखने की घोषणा की. इसके बाद बार यहां के अधिवक्ता इस प्रकरण में पुलिस प्रशासन के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिख रहे हैं. विशेष झारखंड स्टेट बार एसोसिएशन के समर्थन मिल जाने से अधिवक्ता अपनी मांगों को लेकर काफी उत्साहित दिख रहे हैं.
गढ़वा बार एसोसिएशन की शुक्रवार की सुबह हुई बैठक में इस बात को प्रमुखता चर्चा की गयी कि आशीष दूबे का गढ़वा सदर अस्पताल में जख्म प्रतिवेदन की पर्ची संबंधित मेडिकल बोर्ड को कई अधिवक्ताओं की उपस्थिति में दिया गया एवं आशीष दूबे का फर्द बयान भी अंकित किया गया. इसके बाद भी घटना के तीन दिन से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा न तो प्राथमिकी दर्ज की गयी, न ही न्यायालय से समक्ष इसे प्रस्तुत किया गया. बल्कि आशीष दुबे पर ही झूठा केश दर्ज करते हुये प्राथमिकी (164/18) को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया. जबकि विधि सम्मत प्राथमिकी को 24 घंटे के अंदर दर्ज करते हुए श्री दुबे का फर्द बयान न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया जाना चाहिए था.
इससे क्षुब्ध अधिवक्ताओं ने गढ़वा एसपी मो अर्शी पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कलमबंद हड़ताल का निर्णय लिया. आपात बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि जब तक एसपी मो अर्शी, उनके अंगरक्षक एवं संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए उन सबों को गिरफ्तारी व उनका यहां से स्थानांतरण नहीं हो जाता, तब तक अधिवक्ता कलमबंद हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान वे कोई भी न्यायालय का कार्य नहीं करेंगे. इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अलख निरंजन चौबे, सचिव भृगुनाथ चौबे सहित सभी अधिवक्ता मौजूद थे.
रांची. धनबाद, बोकारो अौर गढ़वा में पुलिस द्वारा अधिवक्ताअों की पिटाई अौर दुर्व्यव्यहार किये जाने को लेकर जिला बार एसोसिएशन के तत्वावधान में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान एसोसिएशन के महासचिव संजय विद्रोही के नेतृत्व में अधिवक्ताअों ने कचहरी चौक के पास पुलिस प्रशासन का पुतला दहन किया. पुलिस की बर्बरता के खिलाफ नारे लगाये गये अौर मामले के दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की गयी. इससे पूर्व बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक में भी इस मुद्दे को उठाया गया.
कहा गया कि धनबाद, बोकारो अौर गढ़वा में पुलिस ने अधिवक्ताअों के खिलाफ जो बर्बरता की कार्रवाई की है, उसके विरोध में अधिवक्ता पांच मई को कलमबंद हड़ताल करेंगे. इस दौरान सभी अदालतों में अदालती कार्रवाई से अधिवक्ता खुद को अलग रखेंगे. एसोसिएशन की अोर से इस संबंध में सभी संबंधित न्यायालयों को भी सूचित किया गया है कि वे शनिवार को न्यायिक कार्यों से अलग रहने वाले अधिवक्ताअों के खिलाफ किसी भी तरह की पीड़क कार्रवाई
न करे.
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