आसनसोल : अपने मायके आसनसोल से बदायूं जा रही महिला और उसके तीन साल के बेटे को बुधवार की रात को लुटेरों ने पर्स छीनकर मुगलसराय से आगे दुल्हीपुर गांव के पास चलती ट्रेन से फेंक दिया. रात में बिजली ठेकेदार जर्नादन राय तथा कुछ ग्रामीणों ने उन्हें घायलावस्था में देख लिया. उन्होंने दोनों को निजी अस्पताल में दाखिल कराया. वहां से उसे चंदौली जिला अस्पताल भेजा गया. हालत गंभीर होने पर गुरु वार को दोनों को वाराणसी के कबीचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में दाखिल कराया गया.
जीआरपी वाराणसी को मामले की जांच सौंपी गयी है. 30 वर्षीय ममता की ससुराल बदायूं जिले के नारदा गांव में है. उसके पति भोगराज का निधन हो चुका है. अपने तीन वर्षीय बेटे अजय के साथ अपने मायके आसनसोल से ससुराल के लिए अप कोलकाता लखनऊ स्पेशल ट्रेन के जनरल कोच में सवार हुई थी. बुधवार की रात करीब 10 बजे ट्रेन में सवार युवकों ने उससे पर्स छीनकर बेटे के साथ चलती ट्रेन से महिला को नीचे फेंक दिया था. सूचना के बाद स्थानीय पुलिस पहुंची. मामला वाराणसी मंडल का होने के कारण वाराणसी जीआरपी भी वहां पहुंची. चिकित्सकों ने गुरु वार को घायल महिला और बच्चे को जीआरपी के संरक्षण में वाराणसी कबीर चौरा मंडलीय अस्पताल भेज दिया. उनका इलाज बीएचयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है. जीआरपी मुगलसराय प्रभारी आरके सिंह ने बताया कि गरीब महिला का ट्रेन में सवार सहयात्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. छीना-झपटी में महिला नीचे गिर गई थी. मामले की जांच वाराणसी जीआरपी कर रही है. मुगलसराय जीआरपी ने भी कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल पहुंच कर महिला से पूछताछ कर जानकारी ली है.