सीतामढ़ी : बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित पौराणिक मां जानकी के मंदिर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पौधरोपण किया. मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और मंत्री, नंद किशोर यादव सीतामढ़ी पहुंचे हुए हैं. सीतामढ़ी में मां जानकी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. आज सुबह से ही भक्तों का सैलाम मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच गया है. मंदिर परिसर में रामायण पाठ और राम कथा का वाचन चल रहा है. मुख्यमंत्री ने वहां पहुंचकर सबसे पहले मंदिर परिसर में पौधारोपण किया. नीतीश ने कार्यक्रम का उद्घाटन करने के साथ 48 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यासभी किया. इस मौके पर सुबह में निकाली गयी शोभायात्रा में श्रद्धालुओं के साथ साधु-संतों ने भगवान राम के जयकारे के साथ भाग लिया. मुख्यमंत्री ने सुशील मोदी के साथ बैठक राम कथा का श्रवण भी किया. मौके पर मौजूद विधान पार्षद देवेशचंद्र ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री सीतामढ़ी में चार घंटे तक रहेंगे और इसके दौरान पूजा अर्चना करेंगे और दोपहर बाद पटना के लिए रवाना होंगे.
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रामायण काल में बाल विवाहकीप्रथा नहीं थी. राजाजनक नेमातासीता की शादी के लिए भगवान शिव के धनुषको तोड़ने की शर्त रखी और उसके बाद विवाह हुआ. उन्होंने कहा कि हमेंरामायण के रास्ते पर चलते हुए बाल विवाह और दहेज से अपने-आपको दूर करना होगा. उन्होंने कहा कि पुनौराधाम को बिहार सरकार विश्वस्तरका पर्यटनस्थल बनायेगी.यहां का विकास किया जायेगा और आने वाले दिनों मेंइसेवैश्विकस्तर के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महंत जी की मांग पर राम नवमी की तर्ज परजानकी नवमी का सार्वजनिकअवकाश घोषित कर एक बहुत बड़ा काम किया है. सुशील मोदी ने अंत में माता जानकीकेचरणों में अपनाप्रणाम अर्पित करते हुए अपने संबोधनकोसमाप्त किया.
इस मौके पर पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा की यह वही भूमि हैं जहां मां सीता का जन्म हुआ था. इस स्थल को 48 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि यह धाम देश ही नहीं दुनिया के पर्यटन के मानचित्र पर चढ़ेगा. मौके पर बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि सीता न होती तो राम मर्यादा पुरुषोत्तम नहीं कहलाते. उन्होंने कहा कि पुनौराधाम के विकास के लिए बिहार सरकार कृतसंकल्पित हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम जानकी मार्ग बनाया हैं, जो सीधे अयोध्या से जनकपुर धाम सीतामढ़ी व सुरसंड होते हुए जायेगा. डीपीआर तैयार कर ली गयी हैं, इस वर्ष के अंत तक कार्य प्रारंभ हो जायेगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बाल विवाह से छुटकारा दिलाने के लिए हमलोगों ने कन्या उत्थान योजना कार्यक्रम योजना की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि इन दिनों लगन चल रहा है, कोई दहेज न ले, दहेज लेना गुनाह है और बाल विवाह कोई न करे. उन्होंने कहा कि बाल विवाह करने से नुकसान ज्यादा होगा. आप देख लीजिए इससे छुटकारा दिलाने के लिए हमलोगों ने क्या शुरू किया है. अगर लड़की पैदा होगी, तो उसके नाम से दो हजार रुपया, उसके माता-पिता के खाते में पहुंचायेंगे और उस लड़की को एक साल के अंदर आधार का पंजीकरण कराईएगा, तो एक हजार रुपया आपके खाते में और डालेंगे और दो साल के अंदर उसका पूरे का पूरा टीकाकरण करवा लीजिएगा, तब दो हजार रुपया आपको और देंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि और यही नहीं लड़कियां जो पढ़ती हैं स्कूल में, पोशाक के लिए जो पैसा देते थे, उसमें भी हमलोगों ने वृद्धि करा दी है. आंगनबाड़ी सेविका, आंगनबाड़ी केंद्रों पर लड़का हो या लड़की उसे चार सौ रुपया पोशाक के लिए देने जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लड़कियों को पहला दूसरा क्लास और फिर तीसरा से ले कर के पांचवा तक, छठा से आठवां तक नौवां से बारहवीं तक सब में हमलोगों ने पोशाक के पैसे में वृद्धि कर दी है और यही नहीं सेनेटरी नैपकिन के लिए सातवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक लड़कियों को हमलोग डेढ़ सौ रुपया प्रदान करते थे, अब तय कर दिया है कि उन्हें तीन सौ रुपया मिलेगा. लड़की अगर बारहवीं कक्षा पास कर जायेगी, और उसकी शादी नहीं हुई रहेगी, उस स्थिति में 10 हजार रुपया दिया जायेगा. साथ ही अगर वह स्नातक कर लेगी तो उसे 25 हजार रुपये देंगे.
#WATCH: Bihar's Chief Minister Nitish Kumar praying at Sita Samahit Sthal Temple in Sitamarhi. pic.twitter.com/vb0KzQqAFk
— ANI (@ANI) April 24, 2018
देवी सीता मां लक्ष्मी का ही अवतार हैं. पंडित राकेश झा बताते हैं कि ऋग्वेद में एक स्तुति में कहा गया है कि असुरों का नाश करने वाली सीता आप हमारा कल्याण करें. रामचरितमानस में देवी सीता को संसार की उत्पत्ति, पालन व संहार करने वाली लक्ष्मी कहा गया है. देवी सीता शक्ति, इच्छा-शक्ति व ज्ञान-शक्ति तीनों रूपों में प्रकट होती हैं. अतः वे परमात्मा की शक्ति स्वरूपा हैं. माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम का पर्यटकीय दृष्टि से विकास किया जायेगा. पुनौरा धाम में पर्यटकीय संरचनाओं के निर्माण पर राज्य सरकार 48.53 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह योजना कार्य रामायण सर्किट के अंतर्गत स्वदेश दर्शन योजना में शामिल किया गया है. खर्च होने वाली कुल राशि में से 37 करोड़ 85 लाख 74 हजार रुपये पर्यटन मंत्रालय जबकि 10 करोड़ 67 लाख 67 हजार रुपये की राशि राज्य सरकार अदा करेगी. योजना को राज्य कैबिनेट की भी मंजूरी मिल गयी है. विकास कार्य के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड को कार्यकारी एजेंसी बनाया गया है.
पुनौराधाम के विकास का काम 24 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत जानकी माता के मुख्य मंदिर की रोशनाई, कैंपस के लिए थीमेटिक गेट व बाउंड्री वॉल निर्माण, हाईवे गेट साइट, स्थान का विकास और लैंडस्केपिंग, अप्रोच सड़क, परिक्रमा पथ, पर्यटक पूछताछ केंद्र, ओपेन एयर थियेटर विथ स्टेज, ग्रीन रूम और पवित्र तालाब की सीढ़ियों का निर्माण आदि कार्य शामिल है. कैंपस में एलईडी और हाई मास्ट लाइट भी लगाये जायेंगे.
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