नयी दिल्ली : विमान पकड़ने की जल्दबाजी में यात्री ना सिर्फ अपने मोबाइल फोन, चश्मे, चाबियां या पावर बैंक भूल जाते हैं, बल्कि वे लैपटॉप, शराब की बोतल जैसे सामान तक छोड़ जाते हैं. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) पर पिछले साल ऐसे ही करीब 10,000 सामान छूटने की रिपोर्ट हुई थी और आंकड़े बताते हैं कि ऐसी वस्तुओं में इलेक्ट्रॉनिक सामान और शराब भी शामिल हैं.
सौभाग्य से 85 प्रतिशत सामान के दावेदार मिल गये हैं. दिलचस्प बात यह है कि इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया में ब्रिसबेन हवाई अड्डा पर भूलवश छोड़े गये सामान में यात्रियों के कृत्रिम अंग तक मिलने की रिपोर्ट मिली थी. दुबई हवाईअड्डा दुनिया के तीन सबसे व्यवस्ततम हवाईअड्डों में से एक है और वहां वर्ष 2017 में भूलवश छोड़े गये एक लाख से अधिक सामान की रिपोर्ट मिली थी.
इन सामानों में मोबाइल फोन से लेकर कीमती घड़ियां और भारी मात्रा में नकद शामिल हैं. हवाईअड्डा संचालक दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) के अनुसार सही मालिक तक ऐसे सामान पहुंचाने के लिये पुरानी प्रक्रिया के बजाय अब सामान सौंपने की प्रक्रिया को वैज्ञानिक एवं उपभोक्ता के अनुकूल बनाने के लिये एक नये सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है.
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