जमशेदपुर : मेडिकल काउंसिल आॅफ इंडिया (एमसीआइ) की टीम ने मार्च माह में एमजीएम अस्पताल व कॉलेज का निरीक्षण किया था. टीम ने निरीक्षण के बाद दो दर्जन से अधिक बिंदुओं पर आपत्ति जताते हुए उनमें तत्काल सुधार की जरूरत बतायी है. एमसीआइ की रिपोर्ट पर ही एमजीएम कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीट की मान्यता को रेगुलर किया जा सकता है.
एमसीआइ की रिपोर्ट के बाद काॅलेज में एमबीबीएस की 100 सीटों की मान्यता विस्तार पर संकट के बादल मंडराने लगे है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व अधीक्षक लगातार विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर कमियों को दूर करने में लगे है ताकि इस मान्यता को बचाया जा सके. मई में एमसीआइ की टीम फिर से एमजीएम अस्पताल का निरीक्षण करने आने वाली है. प्रयास है कि इस अवधि में बिंदुवार सभी कमियों को दूर कर लिया जाये.
274 की जगह 64 नर्स. एमजीएम में स्टाफ नर्सों की भारी कमी है. एमसीआइ ने इस पर आपत्ति दर्ज करायी है. अस्पताल में 274 स्टाफ नर्सों की जरूरत है. नर्सों की कमी से अस्पताल में मरीजों को परेशानी होती है.
इन बिंदुओं पर दर्ज करायी आपत्ति
एक्स-रे मशीन (अतिरिक्त एक ), अल्ट्रासाउंड मशीन (अतिरिक्त दो), सीटी स्कैन मशीन (अतिरिक्त एक), आर्थो, शिशु व सर्जरी में बेड की कमी, आइसीयू, आइसीसीयू, एनआइसीयू, पीआइसीयू, एसआइसीयू, गायनिक ओटी, सीओटी से संबंधित 10 मशीनों की कमी, वेंटीलेटर (अतिरिक्त 6), सेंट्रल ऑक्सीजन पाइप लाइन काम नहीं करना, अस्पताल में कैंटीन नहीं, अतिरिक्त मल्टीपारा मॉनीटर की आवश्यकता, आहार विभाग में डायटिशियन नहीं, स्टाफ नर्स की कमी आदि.