रांची : रांची जिला प्रशासन द्वारा आड्रे हाउस में आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया गया. मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में मतदान का बहुत महत्व है. इसके माध्यम से जनता शासन व्यवस्था में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करती है.
लोकतंत्र की सुदृढ़ता के लिए आदर्श यही है कि प्रत्येक वयस्क नागरिक मतदान करें, लेकिन विडंबना यह है कि इस मतदान की प्रक्रिया से सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे लोग ही दूर रहते हैं. इसमें बड़ी संख्या विद्यार्थी व युवावर्ग की है. मतदान के दिन सार्वजनिक अवकाश होने के बाद भी लोग मतदान करना पसंद नहीं करते हैं.
नोटा के महत्व को समझायें : राज्यपाल ने कहा कि एक स्वच्छ और मजबूत सरकार का निर्माण तभी संभव है, जब लोग अधिकाधिक संख्या में मतदान करें. इसके लिए लोगों को जागरूक करने का उपाय भी जरूरी है़ भारत सरकार इसके लिए प्रयत्नशील भी है. मतदाताओं को वोटिंग मशीन पर अपनी पसंद के प्रत्याशियों के नाम व चुनाव चिह्न के सामने वाला बटन दबाकर मत देने के अलावा नोटा के प्रयाेग और उसके महत्व को भी समझाना चाहिए.
ओडिसी से देशभक्ति गीत तक : सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में कई बेहतरीन प्रस्तुतियां दी गयी. सबसे पहले ब्रजकिशोर नेत्रहीन बालिका विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गान पेश किया़ मोनालिशा शुवदर्शिनी ने ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किया़ दृष्टिबाधित दिव्यांग धीरज कुमार ने बड़ी दूर से आये हैं, प्यार का तोहफा लाये हैं…
की प्रस्तुति पर तालियां बटोरी. गार्गी मलकानी ने जयदेव की रचना मधुराष्टक में कथक प्रस्तुत कर भगवान कृष्ण की लीलाओं को रखा. पूजा खंडेलवाल व जितेंद्र मिश्रा ने एक और युगल गीत में देशभक्ति की बात की. चंद्रिका चटर्जी ने भरतनाट्यम किया, वहीं सुनील कुमार सिंह ने छऊ की प्रस्तुति की.